Odisha
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जब दुनिया के तमाम देशों में कोरोना से लड़ने के लिए मेडिकल लैब्स में बड़े – बड़े शोध किए जा रहे हैं, तब भारत में कुछ लोग कोरोना को अंधविश्वास के सहारे भगाने में जुटे हैं। गौमूत्र और ताली – थाली के बाद अब मानव बलि देकर कोरोना से निपटने की कोशिश की जा रही है।

दरअसल, ओडिशा के कटक में मंदिर के एक पुजारी ने कोरोना को भगाने के लिए एक मानव की बलि दे डाली। पुजारी का मानना है कि मानव बलि देने से कोरोना के प्रकोप को खत्म किया जा सकता है।

आरोपी पुजारी की पहचान 72 वर्षीय संसारी ओझा के रूप में हुई है। पुजारी ने बलि देने के बाद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुजारी ने पुलिस को बताया कि उसने मानव की बलि कोरोना को भगाने के लिए दी। उसने कहा कि भगवान ने सपने में आ कर आदेश दिया था कि मानव बलि देने से कोरोना खत्म हो जाएगा।

पुजारी ने जिस शख़्स की बलि दी है उसकी पहचान सरोज कुमार प्रधान के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि पुजारी ने जिले के बंधहुडा गांव के मां ब्राह्मणी देवी मंदिर में सरोज कि बलि दी थी।

फिलहाल पुलिस ने पुजारी को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुजारी के ख़िलाफ़ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। डीआईजी आशीष सिंह ने घटना को लेकर आपसी रंजिश का भी शक जताया है। सिंह का कहना है कि पुजारी और मृतक के बीच ज़मीन को लेकर विवाद चल रहा था।

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