
यूपी के आईपीएस अधिकारी प्रभाकर चौधरी के तबादले से नाराज पिता ने कहा, 40 साल से बीजेपी के साथ जुड़ा हूँ।लेकिन अब भाजपा को वोट नहीं दूंगा।”
अपने IPS बेटे के ट्रांसफर से नाराज चल रहे पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 13 साल की नौकरी में मेरा बेटा 21 बार ट्रांसफर झेल चुका है। सरकार उसके बेहतर काम का बुरा इनाम दे रही है।
पिछले दिनों यूपी के बरेली जिले में एक कांवड़ियों का जत्था ऐसे संवेदनशील इलाके में प्रवेश करना चाह रहा था। जहां पर अनहोनी होने की आशंका पुलिस प्रशासन को पहले से मालूम थी। फिर भी जब कांवड़िए जबरन उस इलाके में प्रवेश कर गए जहाँ पुलिस उन्हें जाने से रोक रही थी।
इसके बाद बरेली के एसएसपी प्रभाकर चौधरी बलपूर्वक कांवड़ियों को रोकने कामयाब रहे। लेकिन इसके बदले उनका ट्रांसफर कर दिया गया।
IPS प्रभाकर के तबादले पर जहाँ एक तरफ विपक्षी पार्टियां भाजपा सरकार पर आरोप लगा रही थी। वहीं दूसरी और अब खुद एसएसपी प्रभाकर के पिता पारस चौधरी ने मीडिया में बयान दिया है।
उन्होंने कहा- “मेरा बेटा ईमादारी से अपने कर्तव्यों को निभाता है। उस दिन बरेली में अगर मेरा बेटा कांवड़ियों को नहीं रोकता तो बड़ा दंगा हो जाता और कई लोगों की जान चली जाती। लेकिन यूपी सरकार अच्छे काम के इनाम में उसका ट्रांसफर कर दिया।”
मीडिया से बातचीत के दौरान आईपीएस प्रभाकर के पिता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा- “मैं चालीस साल से संघ और भाजपा से जुड़ा हुआ हूँ। लेकिन अब मैं जीवन में कभी भाजपा को वोट नहीं दूंगा। भाजपा को मेरे बेटे के अच्छे काम पसंद नहीं है। इसलिए उसका तबादला कर दिया।”
साथ ही उन्होंने कहा- मेरे बेटे की इतनी बार ट्रांसफर हो गई है कि ग परेशान हो चुके हैं।
बता दें कि प्रभाकर चौधरी 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। अपनी 13 साल के सर्विस में अब तक उन्हें 21 बार ट्रांसफर झेलना पड़ा है। यूपी में भाजपा सरकार की इस कार्रवाई से सोशल मीडिया पर भी लोग जमकर मुख्यमंत्री योगी को कोस रहे हैं।