देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल किसान आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों को आंदोलनजीवी का नाम दिया है। पीएम मोदी के इस बयान पर अब देश की सियासत गरमा गई है।
दरअसल राज्यसभा में पीएम मोदी ने अपने अभिभाषण में कहा कि बीते कुछ समय में देश में एक नई जमात पैदा हो चुकी है। इस बिरादरी को आंदोलनजीवी कहा जा सकता है।
पीएम मोदी ने राज्यसभा में कहा था कि आज के वक्त में आंदोलनजीवी जमात की एक पूरी टोली है। यह लोग हर आंदोलन में शामिल होते हैं। कभी परदे के आगे तो कभी परदे के पीछे। ऐसे लोग आंदोलन के सहारे में जिंदगी बिता रहे हैं।
पीएम मोदी के इस बयान पर विपक्षी दलों द्वारा भी जमकर निशाना साधा जा रहा है। इसके कड़ी में पत्रकार आरफा खानम शेरवानी ने भी ट्विटर के जरिए पीएम मोदी के बयान पर हमला बोला है।
आरफा खानम शेरवानी ने ट्वीट कर लिखा है कि “मंदिर के लिए ‘आंदोलन’ करने वाले आंदोलन-जीवी कहलाये जायेंगे या हिंसा-जीवी ?”
मंदिर के लिये ‘आंदोलन’ करने वाले आंदोलन-जीवी कहलाये जायेंगे या हिंसा-जीवी ?
— Arfa Khanum Sherwani (@khanumarfa) February 9, 2021
इस ट्वीट के जरिए पत्रकार आरफा ने अयोध्या में राम मंदिर के लिए सालों तक चले आंदोलन पर सवाल खड़े किए हैं। जिसे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और हिंदूवादी संगठनों द्वारा चलाया गया था।
गौरतलब है कि बीते साल ही अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया था। सालों तक चले राम मंदिर विवाद में आरएसएस समेत देश के कई धार्मिक संगठनों ने बड़े स्तर पर आंदोलन और कई बार हिंसा भी की है।
इस मामले में विपक्षी दलों ने पीएम मोदी के बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि इस देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने लंबी लड़ाई और आंदोलन के बाद आजादी हासिल की है।
पीएम मोदी ने अपने बयान से उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। जो देश के लिए शहीद हुए हैं।