प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसानों को आंदोलनजीवी कहे जाने पाए उनका कड़ा विरोध किया जा रहा है। कई विपक्षी दलों के नेताओं ने पीएम मोदी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में किसानों की महापंचायत का आयोजन किया गया है। जहां भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों को संबोधित किया। इस महापंचायत में हरियाणा और आसपास के इलाकों से किसान शामिल होने के लिए पहुंचे थे।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किसानों को आंदोलनजीवी कहे जाने पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी ट्वीट के जरिये निशाना साधा है।
राकेश टिकैत ने ट्वीट कर लिखा है कि “30 वर्षो से गरीब ,मजलूमों, किसान की लड़ाई लड़ रहा हूं। मुझे आन्दोलनजीवी होने पर गर्व है।”
30 वर्षो से गरीब ,मजलूमों, किसान की लड़ाई लड़ रहा हूं। मुझे आन्दोलनजीवी होने पर गर्व है।#FarmersProtestDelhi2020 #Aandolanjeevi @PMOIndia @narendramodi @AHindinews @OfficialBKU @PTI_News @ndtvindia @KisanMorchaEkta @BBCHindi @BBCWorld https://t.co/OmrXnOFjMb pic.twitter.com/mueeatkiCV
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) February 9, 2021
गौरतलब है कि बीते साल से शुरू हुए किसान आंदोलन में अब तक सैकड़ों किसानों की जान जा चुकी है। लेकिन यह आंदोलन उतनी ही हिम्मत और जोश के साथ चल रहा है।
किसान नेता राकेश टिकैत को अब कई विपक्षी नेताओं का समर्थन भी मिल चुका है।
इस किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे राकेश टिकैत का कहना है कि जब तक कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जाता और एमएसपी के लिए कानून नहीं बनाया जाता। तब तक किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे रहेंगे।
आपको बता दें कि राज्यसभा में अपने अभिभाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से इस आंदोलन को रद्द करने की अपील की है।
इसके साथ ही उन्होंने यह कहा कि देश में एक नई बिरादरी पैदा हुई है। जिसका नाम पीएम मोदी ने आंदोलनजीवी दिया है। आंदोलनजीवी हर आंदोलन में नजर आते हैं। चाहे वकीलों का हो, स्टूडेंट्स का हो, मजदूरों का हो। इनकी जिंदगी आंदोलन से ही चल रही है।