दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को बीते एक महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है। इसी बीच अब केरल के मुख्यमंत्री ने पिन्नाराई विजयन ने भाजपा के कृषि कानूनों के खिलाफ बड़ा फैसला लिया है।

बताया जा रहा है कि केरल विधानसभा में मुख्यमंत्री पिन्नाराई विजयन द्वारा कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पास किया गया है।

दरअसल आज केरल में विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाया गया था। जिसमें भाजपा सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों पर चर्चा की गई है।

इस दौरान मुख्यमंत्री पिन्नाराई विजयन द्वारा कृषि कानूनों के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव का भाजपा विधायक ओ राजगोपाल ने भी समर्थन किया है। उनका कहना है कि वह केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ राज्य विधानसभा के प्रस्ताव का समर्थन करते हैं।

इसके साथ उन्होंने ये भी साफ़ किया है कि वह कानून की कुछ व्याख्याओं के खिलाफ हैं, लेकिन विधानसभा की भावना के साथ खड़े हैं और कृषि कानूनों के लाए गए खिलाफ प्रस्ताव का समर्थन करते हैं। उनका कहना कि लोकतंत्र में आम सहमति का पालन करना पड़ता है

केरल विधानसभा में लाए गए इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री पिन्नाराई विजयन का कहना है कि आंदोलन कर रहे किसानों की चिंताओं को दूर किया जाना चाहिए। जल्द ही केंद्र सरकार को इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए।

इसके साथ ही उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए अगर इसी तरह यह आंदोलन जारी रहा तो केरल गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है।

उन्होंने कहा कि इन तीनों कृषि कानूनों को मोदी सरकार द्वारा खासतौर पर देश के उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाया गया है। इससे भारत में आने वाले वक्त में खाद्य क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है।

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