भारतीय रिजर्व बैंक ने एटीएम ट्रांजैक्शन को लेकर बड़ा फैसला लिया है। खबर के मुताबिक, आरबीआई ने एटीएम के जरिए होने वाली कैश और नॉन कैश ट्रांजैक्शंस पर लगने वाला चार्ज अब बढ़ा दिया है।
इसका मतलब यह है कि अब आम आदमी का एटीएम से पैसे निकालना भी महंगा हो गया है।
आरबीआई द्वारा जारी किए गए नए आदेश के मुताबिक, 1 जनवरी 2022 से एटीएम के जरिए होने वाली फ्री ट्रांजैक्शंस के बाद होने वाली कैश और नॉन कैश ट्रांजैक्शंस पर 20 रुपए की जगह अब 21 रुपए का चार्ज देना होगा।
बता दें, एटीएम यूजर्स को बैंक की तरफ से हर महीने का एक और नॉन कैश की ट्रांजैक्शन मिलाकर फ्री में सिर्फ पांच ही ट्रांजैक्शंस दी जाती है।
इसके अलावा एक अगस्त 2021 से हर ट्रांजैक्शन पर लगने वाली इंटरचेंज फीस को फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन के लिए 15 रुपए से बढ़ाकर 17 रुपए और नॉन फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन के लिए 5 रुपए से बढ़ाकर 6 रुपए किया जा सकता है।
इसपर कवि डॉ कुमार विश्वास ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “साँस लेने पर ही लगा दो ना। झंझट ही ख़त्म करो एक बार में।
क्यूँ रोज़-रोज़ ज़लील करती हो भाई? लोगों ने ख़ून-पसीने से कमा कर चार पैसे कमाए तो कोई राजद्रोह का अपराध कर दिया हुज़ूर।”
साँस लेने पर ही लगा दो ना।झंझट ही ख़त्म करो एक बार में। क्यूँ रोज़-रोज़ ज़लील करती हो भाई🙏? लोगों ने ख़ून-पसीने से कमा कर चार पैसे कमाए तो कोई राजद्रोह का अपराध कर दिया हुज़ूर 😢😢🙏 https://t.co/jbUzQa5nUm
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) June 10, 2021
गौरतलब है कि केंद्र की सत्ता में आने से पहले भारतीय जनता पार्टी ने देश की जनता से महंगाई और गरीबी कम करने के बड़े-बड़े दावे किए थे। लेकिन आज देश की जनता सरकार की गलत नीतियों के कारण बढ़ रही महंगाई और बेरोज़गारी से परेशान हैं।
मोदी सरकार की गलत नीतियों का सबसे बुरा प्रभाव मध्य और गरीब वर्ग के लोगों पर ही पड़ रहा है।
कोरोना महामारी की वजह से लाखों की तादाद में लोगों के रोजगार छिन चुके हैं। ऐसे में सरकार द्वारा बढ़ाई जा रही महंगाई के चलते देश भुखमरी के कगार पर पहुंच सकता है।