पिछले दिनों भाजपा नेता रीता बहुगुणा जोशी ने दावा किया था कि उनकी बात कांग्रेस नेता सचिन पायलट से हुई है। वह जल्द ही भाजपा में शामिल होने वाले हैं।
इस पर सचिन पायलट ने रीता बहुगुणा जोशी को झूठा करार देते हुए कहा कि उनकी हिम्मत है क्या मुझसे बात करने की। शायद उनकी बात सचिन तेंदुलकर से हुई होगी।
सचिन पायलट के इस बयान के साथ ही उनके भाजपा में जाने की अटकलों पर पुनः विराम लग गया है। मालूम हो कि कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बार बार भाजपा में जाने की अफवाहें उडती रहती है।
हाल ही में यूपी में कांग्रेस के नेता जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद रीता बहुगुणा जोशी ने दावा किया कि उनकी कांग्रेस नेता सचिन पायलट से चर्चा हुई है। वह भी जल्द ही कांग्रेस छोड़ने वाले हैं और भाजपा में शामिल होने वाले हैं।
सचिन पायलट ने संवाददाताओं से इस मुद्दे पर बातचीत करते हुए रीता बहुगुणा को उनकी हैसियत बता दी और कहा कि क्या उनमें हिम्मत है कि वो मुझसे बात भी कर सकें।
रीता बहुगुणा का मजाक उड़ाते हुए सचिन ने कहा कि उनकी बात पायलट से नहीं सचिन तेंदुलकर से हुई होगी।
यह सही है कि राजस्थान कांग्रेस में पिछले कुछ दिनोें से सियासी संकट चल रहा है। सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच संघर्ष लगातार चल रहा है।
पिछले वर्ष ही सचिन पायलट के बीजेपी में जाने के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन उस वक्त भी पायलट ने सिरे से भाजपा में जाने की अटकलों को खारिज कर दिया था।
एक बार फिर से जब पायलट के भाजपा में जाने की खबरों को हवा दी जा रही है तब भी पुनः पायलट ने स्पष्ट कर दिया है कि चाहे कुछ भी हो जाए, वह कांग्रेस की ही प्लेन उड़ाते रहेंगे।
मालूम हो कि देश की ग्रैंड ओल्ड पार्टी कांग्रेस से इन दिनों एक एक कर फूंके कारतूस भाजपा में शामिल होते जा रहे हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद का भाजपा ऐसे स्वागत कर रही है, जैसे कोई तोप हो लेकिन हकीकत यह है कि जितिन का अपना कोई जनाधार नहीं है।
लोकसभा चुनाव में तीसरा स्थान पाने वाले जितिन पिछला विधानसभा चुनाव भी बुरी तरह हार गए। जितिन की असली औकात यह है कि वो अपने परिवार के सदस्यों को पंचायत चुनाव भी नहीं जीतवा सकते।