लोकसभा चुनाव को ‘केंद्र’ में रखते हुए और सेना के जवानों को दूर रखते हुए रविवार को भाजपा नित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने पटना के गांधी मैदान में संकल्प रैली का आयोजन किया।
इस रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान मौजूद थे।
रविवार को ही जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान पिंटू कुमार का पार्थिव शरीर पटना पहुंचा। लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनका पूरा कैबिनेट पटना में मौजूद था।
मगर, कोई भी बिहार का मंत्री, सीएम नीतीश, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पिंटू कुमार के पार्थिव शरीर को पटना एयरपोर्ट लेने नहीं पहुंचा। जबकि, सभी NDA के सभी बड़े नेता पटना में ही मौजूद थे!
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हैरान करने वाली बात ये है कि, पीएम की रैली के एक दिन पूर्व गाँधी मैदान में बार बालाओं को बुलाकर नचवाया गया। ऊपर से शहीदों के पार्थिव शरीर पर सरकार की तरफ से किसी के नहीं पहुँचने पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट करके कहा है कि,
“एक तरफ तिरंगे में लिपटे माँ भारती के वीर सपूतों के पार्थिव शरीर रखे हुए थे, दूसरी तरफ उनकी शहादत को भुनाने वाली राजनीति के लिए पटना में आयोजित रैली से पूर्व संध्या पर नीतीश और मोदी के मंत्री गरमा-गरम कार्यक्रम में रंगारंग नाच का लुत्फ उठा रहे थे। इसको शर्म भी नहीं आती।”
एक तरफ़ तिरंगे में लिपटे माँ भारती के वीर शहीद सपूतों के पार्थिव शरीर रखे हुए थे दूसरी तरफ़ उनकी शहादत को भूनाने वाली राजनीति के लिए पटना में आयोजित रैली से पूर्व संध्या पर नीतीश और मोदी के मंत्री गरमा गरम कार्यक्रम में रंगारंग नृत्य का आनंद ले रहे थे। इनको शर्म भी नहीं आती। pic.twitter.com/LDncET01se
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) March 4, 2019
पीएम ने रैली में शहीद हुए जवानों के लिए कहा, “मैं कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों से जानना चाहता हूं कि वे हमारे वीर जवानों का मनोबल तोड़ने में क्यों लगे हैं?” पीएम ने आगे कहा, “जब हमारी सेनाएं आतंक से लड़ाई में लगी हैं, वे क्या कर रहे हैं? देश की सक्षम सेनाएं आतंक को कुचलने में लगी हैं। ऐसे समय में विपक्षी दल क्या कर रहे हैं”?
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रैली में पीएम मोदी ने पुलवामा के शहीदों को याद करते हुए कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों पर ज़ोरदार हमला बोला। लेकिन, खुद पर हमला नहीं बोल पाए कि जिन जवानों ने देश के लिए शहादत दी है उनके सम्मान में उन्होंने क्या किया?
जब शहीद का पार्थिव शरीर पटना पहुंचा तो वो उसके सम्मान में लेने तक नहीं पहुंचे! पीएम इस सवाल का जवाब देते भी कैसे? वो तो चुनाव जीतने के लिए शहर में रैली करने में व्यस्त थे।