’17 मार्च को ही भाजपा में प्रतिबद्धता और विश्वास जैसे शब्दों के मायने खत्म हो गए थे।’ ऐसा कहना है दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर का, जिन्होंने कांग्रेस के 10 विधायकों के भाजपा में शामिल होने पर ऐसी प्रतिक्रिया दी। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ऐसा करना बीजेपी के लिए कितना सही है ये वक़्त तय करेगा।

दरअसल गोवा विधानसभा चुनाव में 16 विधायकों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। हालांकि, निर्दलीय विधायकों के समर्थन से 14 सीटें जीतने वाली भाजपा दिवंगत मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में सरकार बनाने में सफल हो गई थी। अब राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या पांच पर सिमट गई है।

इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पर्रिकर के बेटे ने कहा कि इस साल 17 मार्च को मेरे पिता का निधन हुआ और मैं जानता था कि उनके जाने के बाद उस रास्ते का भी अंत हो गया। हालांकि गोवावासियों को कल इस बारे में पता चल गया।

बता दें कि गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत कांग्रेस के दस विधायकों के साथ बृहस्पतिवार शाम नई दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करेंगे। सावंत ने बताया कि वह भाजपा में शामिल हुए 10 विधायकों के साथ बुधवार की रात को दिल्ली पहुंचे।

सावंत ने कहा था कि शाह और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ बैठक के बाद ही राज्य में गठबंधन सहयोगियों से किसी मंत्री को हटाने पर फैसला लिया जाएगा।

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