modi economy
Economy Crisis

भारत की खराब होती अर्थव्यवस्था को एक और बड़ा झटका लगा है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत की विकास दर अनुमान को घटा दिया है। मूडीज ने भारत की विकास दर 6.6 प्रतिशत से घटाकर 5.4 फीसदी कर दी है।

मूडीज के तरफ से आये इस रिपोर्ट के बाद मोदी सरकार को देश के आर्थिक मोर्चे पर एक और तगड़ा झटका लगा है। बता दें की क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने देश की अर्थव्यवस्था में सुधार की गति बेहद सुस्त रहने की बात कही है।

वहीं सोमवार को जारी रिपोर्ट में मूडीज ने भारत के जीडीपी विकास दर अनुमान में भी कटौती की है। यह संकेत मोदी सरकार के साथ-साथ भारत के जतना के लिए भी चिंता की बात है। बता दें की मूडीज ने चालू वित्त वर्ष 2019-20 के लिए जीडीपी विकास दर अनुमान को 6.6% से घटाकर 5.4% और अगले वित्त वर्ष 2020-21के विकास दर अनुमान को 6.7% से घटाकर 5.8% कर दिया है।

6 साल में अर्थव्यवस्था चौपट करने वाले मोदी को 64 साल दिए होते आज हम पत्थर से चिंगारी निकाल रहे होते

केंद्र की मोदी सरकार और उसके मंत्री लगातार देश की आर्थिक बदहाली को छुपाते नज़र आते हैं। दुनिया की इतनी बड़ी एजेंसी ने यह साफ़ कर दिया है की मोदी सरकार आर्थिक मोर्चे पर देश को सिर्फ धोखा दे रही है।

एजेंसी ने अपने रिपोर्ट में कहा कि ”भारतीय अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने की रफ्तार बेहद सुस्त रह सकती है। मूडीज ने कहा की पिछले दो साल में देश की अर्थव्यवस्था की रफ्तार बेहद सुस्त हो गई है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में वास्तविक जीडीपी विकास दर महज 4.5% रही है।”

रसोई गैस के दाम पर बोले अखिलेश- अब वित्तमंत्री ये ना कह दें कि ‘हम तो गैस का उपयोग नहीं करते’

देश की आर्थिक बदहाली के लिए जिम्मेदार मोदी सरकार सिर्फ अपना पल्ला झाड़ते हुए दिखाई दे रही है। और लगातार देश की गरीब जनता को महंगाई के चपेट में ले रही हैं। जिसके वजह से आज लोगों के रसोई घर से कई राशन गायब हो रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here