दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में 6 फरवरी को सांस्कृतिक उत्सव के दौरान छात्राओं से छेड़छाड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए सभी 10 लोगों को शुक्रवार को साकेत कोर्ट ने जमानत दे दी।
कोर्ट ने सभी आरोपियों को 10-10 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दिया है। जबकि कोर्ट ने गुरुवार को उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज था। गिरफ्तारी के 48 घण्टें के भीतर सभी आरोपियों को कोर्ट ने जमानत दे दिया।
गार्गी कॉलेज: छात्राओं के सामने हस्तमैथुन करने वालों को 48 घंटे में ही मिली जमानत, यही है बेटी बचाओ?
वहीं आरोपियों को जमानत दिए जाने के इस फैसले पर पत्रकार प्रशांत कनौजिया ने लिखा- ”Gargi College प्रकरण में जय श्रीराम का नारा लगाकर हस्थमैथुन करने वालों को 40 घंटे के भीतर ज़मानत पर सत्याग्रह करने वाले लोग जेल में हैं। बीआरडी अस्पताल में बच्चों की जान बचाने वाला डॉ कफील रासुका के तहत जेल में है।”
#GargiCollege प्रकरण में जय श्रीराम का नारा लगाकर हस्थमैथुन करने वालों को 40 घंटे के भीतर ज़मानत पर सत्याग्रह करने वाले लोग जेल में हैं। बीआरडी अस्पताल में बच्चों की जान बचाने वाला डॉ कफील रासुका के तहत जेल में है।
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) February 14, 2020
दरअसल, डॉ कफील को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार करके जेल में डाला गया है। माना जा रहा है कि योगी सरकार ने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि वह इन दिनों नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ मुखर होकर आवाज उठा रहे हैं।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले देश की राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित गार्गी कॉलेज के फेस्ट में घूसकर करीब 10 की संख्या में लड़के छात्राओं को छेड़ते है, लड़कियों के निजी अंग को छूते है, उसके सामने हस्तमैथुन करते है।
इससे ही अंदाजा हम लगा सकते है कि हम औऱ हमारा समाज कितना बदला और हमारे देश की महिलाएं कितनी महफूज है। हिन्दुस्तान की महिलाएं कितने खुले फिजाओं में हवाओं में सांस ले रही है।