दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में 6 फरवरी को सांस्कृतिक उत्सव के दौरान छात्राओं से छेड़छाड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए सभी 10 लोगों को शुक्रवार को साकेत कोर्ट ने जमानत दे दी।
कोर्ट ने सभी आरोपियों को 10-10 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दिया है। जबकि कोर्ट ने गुरुवार को उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज था। गिरफ्तारी के 48 घण्टें के भीतर सभी आरोपियों को कोर्ट ने जमानत दे दिया।
लड़कियों और महिलाओं पर बड़ते अपराध पर पुलिस अंकुश लगाने में पूरी तरह से असफल दिख रही है। जिस देश की सभ्यता और संस्कृति रही है, महिलाओं को देवी लक्ष्मी, सरस्वती, दूर्गा की तरह पूजने की,सम्मान और आदर की निगाह से उस देवी को देखने की रही है। उसी देश में स्त्रीयों की अस्मत को तार तार किया जाता है।
गार्गी कॉलेज में छात्राओं से छेड़खानी करने वाले निकले CAA समर्थक, लगा रहे थे ‘जय श्री राम’ के नारे!
हद तो तब हो जाती है, जब छोटी बच्चियों को भी नहीं बख्शा जाता। उन बच्चियों के साथ भी बलात्कार जैसे जघन्य अपराध कर उसकी हत्या तक कर दी जाती है।
कहा जाता है शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम होता है, जिससे समाज के स्वारूप और सरोकार को बदला जा सकता है, खासकर पढ़ाई लिखाई लड़कियों के लिए तो और भी जरूरी होता है, क्योंकि बच्चें का पहला स्कूल मां का गोद होता है। लेकिन क्या हमारा समाज ऐसे सोच रखता है, शायद नहीं।
गार्गी कॉलेज में छात्राओं से छेड़छाड़, आतिशी बोलीं- ये हाल अमित शाह के गृहमंत्री बनने के बाद हुआ है
देश की राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित गार्गी कॉलेज के फेस्ट में घूसकर करीब 10 की संख्या में लड़के छात्राओं को छेड़ते है, लड़कियों के निजी अंग को छूते है, उसके सामने हस्तमैथुन करते है। इससे ही अंदाजा हम लगा सकते है कि हम औऱ हमारा समाज कितना बदला और हमारे देश की महिलाएं कितनी महफूज है। हिन्दुस्तान की महिलाएं कितने खुले फिजाओं में हवाओं में सांस ले रही है।