गुजरात की एक स्थानीय अदालत ने आसाराम के बेटे नारायण साईं को बलात्कार के आरोप में दोषी ठहराया है. सूरत की दो बहनों के बयान पर जांच होने के बाद ही नारायण साईं को अपराधी घोषित किया गया है.

दरअसल, इन दो बहनों का आरोप था कि जब वो आसाराम के आश्रम में ठहरी थी तब साल 2002 से 2005 के बीच उनके साथ बलात्कार हुआ था. बड़ी बहन ने आसाराम पर आरोप लगाया था तो वहीँ छोटी बहन का कहना था कि आसाराम के बेटे नारायण साईं ने उनके साथ जबरदस्ती की थी.

आसाराम के खिलाफ अब भी गांधीनगर कोर्ट में केस चल रहा है.

साल 2013 में ही नारायण साईं को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन केस काफी लंबा खिंचा और साल 2019 में जाकर नारायण साईं को दोषी करार किया गया है. अब 30 अप्रैल को कोर्ट साईं को सज़ा सुनाएगा.

ध्यान देने वाली बात ये है कि आसाराम को साल 2018 में ही एक नाबालिक लड़की के बलात्कार के जुर्म में उम्रकैद की सज़ा सुनाई गई थी. आरोप था कि आसाराम ने जोधपुर के करीब मनाई गांव में एक लड़की के साथ बलात्कार किया था.

अभी हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहाँ खुद को बाबा कहने वाले लोगों पर इसी तरह के आरोप लगे हैं. साल 2017 में गुरमीत राम रहीम को दो ‘साध्वियों’ के बलात्कार के आरोप में दोषी पाया था. हालाँकि, इसके बाद उनके समर्थकों ने हरियाणा की साधकों पर उतरकर दंगे किए जिसके कारण 41 लोगों की मौत हो गई थी.

आसाराम और उनके बेटे ने भी अपने आश्रम में आई औरतों के साथ जबरदस्ती की. इन सब मामलों से साधु-संतों पर लोगों के ‘अंधे-विश्वास’ पर ज़रूर चोट पहुँचती है.

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