देश में जब भी चुनाव होते हैं। तब-तब ईवीएम का मुद्दा उठाया जाता है। इस महीने देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने वाला है। उससे पहले एक बार फिर कांग्रेस ने ईवीएम के मुद्दे पर भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है।
पंजाब विधानसभा में पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने चुनावों में मतदान के लिए इस्तेमाल की जा रही ईवीएम मशीनों पर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने कहा है कि अगर बैलेट पेपर से चुनाव करवाए जाए तो यह साफ हो जाएगा कि कौन सा राजनीतिक दल कितने पानी में है। इसके साथ ही कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने यह भी कहा है कि चुनाव ईवीएम मशीनों से नहीं बैलेट पेपर से करवाए जाने चाहिए।
बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने यह भी कहा कि कई विकसित देश अब ईवीएम पर बैन लगा चुके हैं। कई देश बैलेट पेपर से चुनाव करवा रहे हैं।
इस दौरान कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने कुछ ही सालों में कुछ संस्थाओं को कठपुतली बना लिया है।
जो कि उनके इशारे पर काम कर रही है। जब भी कोई विपक्षी नेता मोदी सरकार की इस तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाता है। तो उसे डराया धमकाया जाता है।
दरअसल हाल ही में महाराष्ट्र सरकार राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव और लोकल चुनाव के लिए बैलेट पेपर से मतदान करवाने के लिए प्रस्ताव लाई है। पंजाब में भी महाराष्ट्र की तरह ईवीएम के खिलाफ प्रस्ताव लाने की मांग उठाई गई है।
गौरतलब है कि ईवीएम मशीन को लेकर भारत में जब भी चुनाव हुए हैं। तो विपक्षी दल भाजपा पर ईवीएम को लेकर के कई आरोप लगाते रहे हैं।
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के अलावा विपक्षी नेता हरपाल चीमा ने भी ईवीएम बैन करने की मांग करते हुए कहा कि दिल्ली विधानसभा में जब ईवीएम की मॉक टेस्टिंग करवाई गई थी। तो कई मशीनों के साथ टेंपरिंग किए जाने का खुलासा हुआ था।