गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसक घटनाओं को लेकर केंद्र की मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है।
कांग्रेस लगातार इस घटना के लिए गृहमंत्री अमित शाह को ज़िम्मेदार ठहरा रही है और उनके इस्तीफे की मांग कर रही है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने लाल किले में हुई हिंसा के लिए सीधे तौर पर गृहमंत्री अमित शाह को ज़िम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने कहा कि ये पूरी घटना एक साज़िश के तहत अंजाम दी गई, जिसके लिए केंद्र सरकार ज़िम्मेदार है।
चिदंबरम ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि लाल किले में घुसे प्रदर्शनकारी बीजेपी के एजेंट थे, इस बात के सबूत भी सामने आए हैं।
उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा कि ये कैसे मुमकिन है कि सरकार के खूफिया तंत्र को इस बात की जानकारी नहीं थी कि इतनी बड़ी हिंसा हो सकती है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार दिल्ली में हुई इस हिंसक घटना को रोकने में नाकाम रही। इसके लिए गृहमंत्री अमित शाह ज़िम्मेदार हैं। इसलिए उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए।
इससे पहले रणदीप सुरजेवाला ने भी लाल किले में हुई हिंसा के लिए अमित शाह को ज़िम्मेदार बताया था और पीएम मोदी से उन्हें बर्खास्त किए जाने की मांग की थी।
उन्होंने कहा था कि ‘भीड़’ को लालक़िले में घुसने दिया गया और पुलिस कुर्सी पर बैठी रही। इसमें मोदी-शाह के ‘चेले’ दीप संधू की उपस्थिति चौंकाने वाली है।
उन्होंने कहा, “किसान आंदोलन को सरकार बलपूर्वक नहीं हटा पायी तो इसे छलपूर्वक हटाने में लगी है। मोदी और शाह सरकार की नीति है- पहले प्रताड़ित करो, फिर मीटिंग-दर-मीटिंग कर थकाओ, फिर फूट डालो, फिर बदनाम करो और भगाओ”।