भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान पिछले 24 घंटों में साढ़े तीन लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। इस हफ्ते में भारत में लगातार तीसरे दिन तीन लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले एक दिन में सामने आए हैं।
जिसके कारण देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए लोग बुरी तरह से डरे हुए हैं।
भारत में हर दिन बढ़ रही कोरोना संक्रिमतों की तादाद और मौत के आंकड़ों को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने भी इसे विनाशकारी करार दे दिया है।
भारत सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था का सच पूरी दुनिया के सामने आ चुका है। डब्ल्यूएचओ ने भारत में कोरोना संक्रमण से बिगड़ी स्थिति पर चिंता जाहिर की है।
दरअसल देश के ज्यादातर अस्पतालों में इस वक्त ऑक्सीजन, बेड्स और वेंटिलेटर की भारी कमी के कारण कोरोना मरीजों के इलाज में दिक्कत आ रही है। वहीँ भरी तादाद में मरीज अस्पताल के बाहर ही दम तोड़ रहे हैं।
इस मामले में जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “मैं सारे वैसे मरीज के परिजनों से आग्रह करता हूं। जिनके अपनों की असमय मौत कोरोना से हुई है।
वह सब पूरे देश में प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री पर हत्या का मुकदमा करें। जैसे आपके अपने तिल-तिलकर मरें हैं, वैसे ही इन सबको जेल में सड़कर मरना चाहिए।”
मैं सारे वैसे मरीज के परिजनों से आग्रह करता हूं जिनके अपनों की असमय मौत कोरोना से हुई है।
वह सब पूरे देश में प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री पर हत्या का मुकदमा करें।
जैसे आपके अपने तिल-तिलकर मरें हैं, वैसे ही इन सबको जेल में सड़कर मरना चाहिए।
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) April 23, 2021
बताया जाता है कि अप्रैल के मुकाबले मई के महीने में कोरोना संक्रमण की स्थिति और भी बिगड़ सकती है। मई महीने में भारत में मृत्यु दर का आंकड़ा हर दिन 5 से 6 हजार के बीच हो सकता है।
आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में 25 से 60 साल के लोगों को ज्यादा खतरा है। देश में आए कोरोना के नए वेरिएंट पहले के मुकाबले ज्यादा संक्रमण फैलाने वाले हैं।