कोरोना महामारी की वजह से जब लोगों की कमाई नहीं है, लोग घर बैठ गए हैं। तभी ऐसे मुश्किल समय में मोदी सरकार ने पेट्रोल पर 10 रुपए और डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं। मंगलवार को सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में इजाफा किया।
खास बात ये है कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी कमी चल रही है। बावजूद इसके सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाकर लोगों की जेब काट रही है। देश मे पेट्रोल-डीजल जब भी बेतहाशा दाम बढ़ते हैं तो सीधे पतंजलि उद्योग के मालिक बाबा रामदेव को याद किया जाने लगता है।
पेट्रोल के दाम बढ़े हैं तो एक बार फिर बाबा रामदेव को याद किया जा रहा है। मधेपुरा से पूर्व सांसद पप्पू यादव ने ट्वीट करते हुए रामदेव के लिए लिखा है कि, “बाबा रामदेव कहां हो आप? आत्मा शरीर में है या निकल गयी? कहां गया मोदी सरकार में 35-40 रु/ली डीजल-पेट्रोल मिलने का वादा!”
उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि, “आपके आराध्य की सरकार ने डीजल-पेट्रोल पर फिर टैक्स 10-13रु. बढा दिया। कब धरना पर बैठोगे आप? या, डर है यह हुक्मरान सलवार पहन भागने का भी मौका नहीं देगा!”
बाबा रामदेव कहां हो आप?
आत्मा शरीर में है या निकल गयी?
कहां गया मोदी सरकार में 35-40 रु/ली डीजल-पेट्रोल मिलने का वादा!आपके आराध्य की सरकार ने डीजल-पेट्रोल पर फिर टैक्स 10-13रु. बढा दिया। कब धरना पर बैठोगे आप?
या, डर है यह हुक्मरान सलवार पहन भागने का भी मौका नहीं देगा!
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 6, 2020
बता दें कि, 2013 में जब कांग्रेस की सरकार थी तब रामदेव कहा करते थे कि, अगर केंद्र में भाजपा की मोदी सरकार आ गई तो देश में पेट्रोल-डीजल 35-40 रुपए लीटर बिकेगा। लेकिन यहां बाबा रामदेव के रहते देश में कई बार पेट्रोल-डीजल के दाम बेतहाशा वृद्धि हो गई है।
इस बार सीधे 10 से 13 रुपए की बढ़ोतरी हुई है लेकिन रामदेव चुप हैं। रामदेव क्यों चुप हैं? इसका क्या कारण हो सकता है? बाबा रामदेव कांग्रेस की सरकार में क्यों कहते थे कि मोदी सरकार आने पर 35-40 रुपए लीटर पेट्रोल बिकेगा? रामदेव का इंटरव्यू लिया जाए तो शायद ये बातें बता दें।