मॉनसून सत्र की शुरुआत में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में विपक्ष की मानसिकता महिला विरोधी होने की बात कहीं है। जिसके बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्षी दलों के नेताओं और सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं।
विपक्ष को महिला विरोधी मानसिकता का बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शायद यह भूल गए कि हाल ही में उत्तर प्रदेश ब्लाक प्रमुख चुनावों में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने महिला नेताओं के साथ क्या किया है।
भाजपा पर कई बार विपक्षी दलों द्वारा महिला विरोधी होने के आरोप लगाए जा चुके हैं। लेकिन यूपी ब्लाक प्रमुख चुनावों में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने महिला नेता के साथ मारपीट कर, उनके कपड़े फाड़ कर खुद ही साबित कर दिया है कि उनके शासनकाल में महिला सुरक्षा की क्या हालत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विपक्ष को महिला विरोधी मानसिकता करार देने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर किए गए ‘दीदी ओ दीदी’ वाले कमेंट को याद करवाया है।
'दीदी …ओ दीदी' https://t.co/D5WleJTaZl
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) July 19, 2021
दरअसल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने अपनी मर्यादा लांघते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर कई बार अपमानजनक टिप्पणियां की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए कही गई अपमानजनक बातों का जवाब उन्हें राज्य की जनता ने दिया। भाजपा पश्चिम बंगाल में 2 अंकों में सिमट गई।
कहा जाता है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बारे में भाजपा नेताओं द्वारा की गई इस तरह की टिप्पणियों से राज्य की महिलाओं में भाजपा के प्रति काफी गुस्सा था।
खासतौर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दीदी हो दीदी वाले भद्दे कमेंट से।
ऐसे में भाजपा का विपक्ष को महिला विरोधी मानसिकता रखने वाला करार देना एक मजाक की तरह प्रतीत होता है।