त्रिपुरा में प्रशांत किशोर की टीम ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के लिए काम कर रही है। फिलहाल यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है।
एक होटल के परिसर में काम कर रही प्रशांत किशोर की टीम पर त्रिपुरा पुलिस द्वारा परेशान करने का आरोप लगा है।
त्रिपुरा पुलिस ने बताया है कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से कोविड 19 के उल्लंघन के मामले में पूछताछ की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, प्रशांत किशोर की टीम को त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में हिरासत में ले लिया गया है। प्रशांत किशोर की टीम फिलहाल यहां पर सर्वे का काम कर रही है।
प्रशांत किशोर की कंपनी आई पैक के 23 सदस्य यहां पर काम कर रहे हैं। इन सभी से त्रिपुरा पुलिस ने पूछताछ की है।
टीम आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में टीएमसी की संभावनाओं के लिए आंकलन का काम कर रही है।
प्रशांत किशोर की टीम के कर्मचारियों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस उन्हें होटल से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दे रही है, इससे उन्हें खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं पुलिस का कहना है कि इन लोगों को कोरोना जांच के लिए रोका गया था. जब तक इन सब की कोरोना रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक इन्हें होटल में ही रहना होगा।
पुलिस ने बताया कि राज्य में कोरोना प्रोटोकाॅल चल रहा है. पीके की टीम के सभी सदस्य दूसरे राज्यों से आए हुए हैं।
ये लोग कोरोना कर्फ्यू के बीच इधर उधर घूमते नजर आ रहे थे। जानकारी मिलते ही पूर्वी अगरतला पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने प्रशांत किशोर की टीम को चेतावनी दी है कि अगर वो राज्य छोड़कर जाना चाहें तो एयरपोर्ट तक जा सकते हैं अन्यथा बिना कोरोना रिपोर्ट आए, होटल से बाहर न निकलें अर्थात अप्रत्यक्ष रुप से प्रशांत किशोर की टीम के सर्वे करने पर रोक लगा दी गई है।
वहीं टीएमसी त्रिपुरा के अध्यक्ष आशीष लाल सिंह ने इस मुद्दे पर कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने सर्वे टीम को नजरबंद कर दिया है क्योंकि वो सर्वे के परिणामों से डरते हैं।
उन्हें पता है कि सर्वे के नतीजे क्या आने वाले हैं. यह लोकतंत्र पर हमला है. ये त्रिपुरा की संस्कृति नहीं रही है।