भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा 18 मई को एक टूलकिट डॉक्यूमेंट शेयर करते हुए कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। जिसके बाद भाजपा और कांग्रेस नेताओं में तकरार शुरू हो चुकी है।

इसी बीच ट्विटर ने भी भाजपा नेता संबित पात्रा पर कार्रवाई करते हुए उनके द्वारा किए गए ट्वीट को ‘मैनिपुलेटेड मीडिया’ बताया है।

दरअसल ट्विटर की पॉलिसी के मुताबिक, अगर किसी शख्स ने सटीक रूप से जानकारी शेयर नहीं की है। तो इस पर ‘मैनिपुलेटेड मीडिया’ का लेबल लगाया जाता है। इससे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भी ये कार्रवाई की गई थी।

ट्विटर द्वारा भाजपा नेता संबित पात्रा पर की गई कार्रवाई पर शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

उन्होंने कहा है कि जिस तरीके से ट्विटर ने सांबित पात्रा के ट्वीट को ‘मैनिपुलेटेड मीडिया’ की उपाधि दी है। उसे स्पष्ट हो गया है कि हर सवेरे आईटी मिनिस्ट्री टूलकिट नहीं बल्कि ट्रॉलकिट चलाती है कि पूरा मंत्रालय और ट्रोलिंग करें।

अब आईटी मिनिस्ट्री ट्विटर को किस बिनाह पर यह बोल रही है कि संबित पात्रा के ट्वीट को दिया गया फ्लैग हटाया जाए।

जबकि उनके ट्वीट पर की गई जांच यह दिखा रही है कि यह पूरा डॉक्यूमेंट ही फर्जी था और इस मामले में उनको जेल हो सकती है। यह उनको जानना जरूरी है।

आपको बता दें कि ट्विटर द्वारा संबित पात्रा के बेटे को मैनिपुलेटेड मीडिया का फ्लैग दिए जाने के बाद भाजपा नेता तिलमिलाए हुए हैं। यहां तक कि संबित पात्रा ने ट्विटर को ही पक्षपाती करार दे दिया है।

वहीँ इस मामले में कांग्रेस द्वारा लिखित तौर पर ट्विटर को कहा गया है कि समाज में ‘गलत जानकारी और अशांति फैलाने’ के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत भाजपा नेताओं के ट्विटर अकाउंट को स्थाई तौर पर सस्पेंड कर दिया जाए।

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