साल 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की जनता से वादा किया था कि वह स्विस बैंक में पड़े काले धन को भारत वापस लाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार दावा करते हुए कहा था कि स्विस बैंकों में भारत के कारोबारियों और राजनेताओं का इतना कालाधन पड़ा है कि जिससे देश के हर शख्स के अकाउंट में 15-15 लाख रुपए आ सकते हैं।
इसी बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। खबर के मुताबिक, केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार को इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि बीते 10 साल में स्विस बैंक में कितना कालाधन जमा किया गया है।
इस संदर्भ में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में जानकारी देते हुए कहा है कि स्विस बैंक में बीते 10 साल में कितना धन जमा किया गया है। इसका कोई अधिकारिक अनुमान नहीं है।
इस बात की जानकारी उन्होंने शिलांग से कांग्रेस सांसद विंसेंट एच पाला के एक सवाल के लिखित जवाब में दी है।
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी का कहना है कि स्विस बैंक में छिपाए गए कालेधन का पता लगाने और वापस भारत लाने की मोदी सरकार द्वारा की कोशिशें भी की गई है।
इस मामले में कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। इस खबर को शेयर करते हुए राहुल गाँधी ने ट्विटर पर लिखा है कि “हर खाते में 15 लाख की तरह नोटबंदी-कालाधन भी जुमले थे। केंद्र सरकार को “पता नहीं” जनता को सब पता है।”
जानकारी के लिए आपको बता दें कि स्विस नेशनल बैंक ने हाल ही में भारतीय व्यक्तियों और कंपनियों द्वारा स्विस बैंकों में जमा धन के आंकड़े सार्वजनिक किए थे।
जिसके मुताबिक साल 2020 में स्विस बैंकों में भारतीयों द्वारा जमा काला धन बढ़कर 2.55 स्विस फ्रैंक हो चुका है।
जो कि 13 सालों के सबसे उच्च स्तर पर है। भारतीय करेंसी के मुताबिक यह राशि लगभग 20700 करोड रुपए बनती है।