उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक रेप पीड़िता ने इंसाफ नहीं मिलने के कारण ख़ुदकुशी कर ली। रेप पीड़िता के पति ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने रेप की शिकायत के बावजूद आरोपियों के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे हताश होकर उसकी पत्नी ने ख़ुदकुशी कर ली।

ख़बरों के मुताबिक, अगस्त 2018 में ज़िले के फतेहपुर गांव की रहने वाली महिला ने दो स्थानीय ग्रामीणों के खिलाफ रेप के आरोप लगाए थे। इसकी शिकायत उसने पुलिस में दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस ने इस मामले में प्रभावशाली आरोपियों के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की और जांच का आश्वासन देकर मामले को टालती रही।

बलात्कार पीड़िता पुलिस की जांच से असंतुष्ट थी और उसने सितंबर 2018 में लखनऊ में विधानसभा के बाहर ख़ुदकुशी की कोशिश की थी। हालांकि, पुलिस ने दावा किया कि परिवार की मांग पर जांच अधिकारी को दो बार बदला गया, लेकिन हर बार जांच अधिकारी ने आरोपी को क्लीन चिट दे दी।

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महिला के पति का कहना है कि वे इंसाफ़ की उम्मीद में 6 महीने तक दौड़ते रहे, लेकिन उन्हें इंसाफ नहीं मिला। महिला के पति ने बताया कि उसकी पत्नी पहले से ही कहती आ रही थी कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह खुदकुशी कर लेगी।

वहीं इस मामले पर पुलिस ने सफ़ाई देते हुए कहा कि हाल ही में पीड़िता द्वारा दोबारा शिकायत किए जाने के बाद जिले के अपर पुलिस अधीक्षक को मामले की जांच सौंपी गई थी। इस बीच पीड़ित महिला ने खुदकुशी कर ली।

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पुलिस के मुताबिक, इस मामले में दो निरीक्षकों को निलंबित कर दिया गया है, और कर्नलगंज के दारोगा को भी लाइनहाजिर किया गया है।

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