पिछले दिनों मालेगांव ब्लास्ट की मुख्य अभियुक्त और भोपाल से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के गौमूत्र से कैंसर ठीक होने के दावे को टाटा मेमोरियल कैंसर संस्थान के डॉक्टरों ने भ्रामक बताया था।

टाटा मेमोरियल के डॉयरेक्टर डॉ. राजेंद्र बडवे और उनकी टीम ने कहा था कि साध्वी का दावा मरीजों को गुमराह कर रहा है।

वहीं डॉक्टर ने साध्वी प्रज्ञा के कैंसर के दावों को भी ग़लत पाया गया है। प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने दावा किया था कि 2010 में उन्हें ब्रेस्ट कैंसर हुआ था जब वह मालेगांव ब्लास्ट के आरोपों के सिलसिले में महाराष्ट्र एटीएस की कस्टडी में थीं।

खुलासा: प्रज्ञा ठाकुर को नहीं था कैंसर, जेजे अस्पताल के डीन बोले- MRI और ECG रिपोर्ट्स नॉर्मल थीं

उस समय जेजे अस्पताल में उनके कई टेस्ट हुए। उस वक्त अस्पताल के डीन रहे डॉ. टीपी लहाने ने मुंबई मिरर को बताया कि इस बात के कोई संकेत नहीं है कि साध्वी प्रज्ञा को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हुई थी। उनकी MRI और ECG रिपोर्ट्स नॉर्मल थीं।

इस मामले पर आप सांसद संजय सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा- अगर आतंकी प्रज्ञा ने कैन्सर की बीमारी का झूठा बहाना लेकर ज़मानत ली तो क्या न्यायाधीश और चुनाव आयोग उसका नामांकन रद्द करके प्रज्ञा को जेल भेजेंगे?

बता दें कि साध्वी प्रज्ञा मालेगांव ब्लास्ट केस में 9 साल जेल में रह चुकी हैं। कोर्ट ने उन्हें स्वास्थ्य कारणों की वजह से ही ज़मानत दी हुई है। अब सवाल यह उठता है कि जब साध्वी प्रज्ञा बीमार ही नहीं हैं तो उनकी ज़मानत को रद्द क्यों नहीं किया जा रहा?

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