महाराष्ट्र की राजनीति में इस वक्त केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बयान से सियासी हंगामा मचा हुआ है अपने बयान के कारण केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को जेल की हवा भी खानी पड़ी है।
दरअसल केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने सोमवार को भाजपा द्वारा आयोजित की गई जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान रायगढ़ में बयान दिया था कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को यह तक याद नहीं कि देश कब आजाद हुआ था।
यह बहुत ही शर्मनाक है। अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पीछे मुड़कर इस बारे में अपने सहयोगी से पूछा था। अगर मैं वहां होता तो उन्हें जोरदार थप्पड़ मार देता।
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के इस बयान के चलते उनके खिलाफ चार अलग-अलग पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
इस बयान से गुस्साए शिवसेना कार्यकर्ताओं ने राज्य में भाजपा के दफ्तरों पर पत्थरबाजी की है।
हालांकि नारायण राणे को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। लेकिन शिवसेना अब भाजपा पर तीखे हमले बोल रही है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में नारायण राणे की तुलना एक गुब्बारे से की है। शिवसेना का कहना है कि वह ऐसा गुब्बारा है जिसमें छेद है। भाजपा चाहे जितनी भी हवा भर दे, वह ऊपर नहीं जा सकेंगे।
केंद्रीय मंत्री बनाए जाने के बाद भी नारायण राणे का बर्ताव सड़क छाप गुंडे की तरह है। अगर किसी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में इस तरह की टिप्पणी की होती।
तो अब तक उसे देशद्रोह के आरोप में जेल में डाल दिया जाता। नारायण राणे ने भी इसी तरह का अपराध किया है।
भाजपा को इसकी महंगी कीमत चुकानी पड़ेगी। अगर कोई सभ्य नेता होता। तो इस तरह का बयान देने के बाद हाथ जोड़कर माफी मांग लेता। बात वही ख़त्म हो जाती।
लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को धमकी देने वाले पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।