प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था, “मैं देश नहीं बिकने दूंगा।” लेकिन मोदी सरकार ही देश की सरकारी कंपनियों को बेच रही है। भारत सरकार की सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया और सरकारी तेल रिफिइनरी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन को मार्च तक बेचने पर विचार कर रही है।
खुद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इन्टरव्यू में कहा कि, “सरकार चाहती है मार्च तक एयर इंडिया और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) की बिक्री की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। दोनों कंपनियों को लेकर हमारी जो योजना है हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले साल की शुरुआत तक उन्हें पूरा कर लेंगे।”
अब लोग मोदी सरकार और बीजेपी पर इन सरकारी कंपनियों को बेचने को लेकर तंज कास रहे हैं। ट्वीटर पर सम्पत सरल नाम के यूजर ने ट्वीट करके कहा है कि, “महाराष्ट्र में सरकार नहीं बना पाए तो इसमें एयर इंडिया और भारत पेट्रोलियम का क्या दोष है।”
महाराष्ट्र में सरकार नहीं बना पाए तो इसमें "एयर इंडिया" और "भारत पेट्रोलियम" का क्या दोष है।
— सम्पत सरल سمپت سرل (@Sampat_Saral) November 18, 2019
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। 288 सदस्य वाली विधानसभा में बीजेपी को 105 सीटें मिली हैं, जबकि बहुमत का आंकड़ा 145 है। मगर बीजेपी की 30 साल से सहयोगी रही शिवसेना ने गठबंधन तोड़ दिया है। ऐसे में बीजेपी महाराष्ट्र में सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है। अब शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस सरकार बनाने को लेकर चर्चा कर रही हैं। इस समय महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू है।
वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एयर इंडिया और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के बेचने के बारे में कहा कि, सरकार को इन दोनों कंपनियों को बेचने से इस वित्त वर्ष में एक लाख करोड़ का फायदा होगा।
यही नहीं मोदी सरकार में सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल भी बिकने के कगार पर है। बीएसएनएल कर्मचारियों को पैसे की कमी के कारण महीनों से वेतन नहीं मिला है। जबकि मोदी सरकार में 15 साल में मंदी सबसे ज्यादा है। सरकार सरकारी घाटे को कम करने के लिए सरकारी कंपनियों को बेचने की योजना बना रही है। सरकारी विश्वविद्यालयों की फीस बढ़ाने में लगी हुई है।