हाथरस गैंगरेप घटनाकांड के बाद उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक बार फिर से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना हुई है।
मंदिर के अंदर 50 वर्षीय महिला के साथ महंत, उसके चेले और ड्राइवर ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद महिला की हत्या कर दी। जिसकी देशभर में निंदा हो रही है।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस मामले में एक बार फिर से विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है।
दरअसल सरकार द्वारा महिला सुरक्षा के नाम पर चलाए जाने वाले मिशन के दावों के विपरीत राज्य में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध बढ़ता जा रहा है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि महिलाओं के लिए मंदिर भी अब सुरक्षित नहीं रहे हैं।
इस मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने भी भारतीय जनता पार्टी सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा- हम सब लोग भगवान के दरबार में खड़े हैं। क्या कोई कल्पना कर सकता है कि मंदिर में ऐसी घटना हो जाएगी ? वहां का पुजारी हो ऐसी घटना को अंजाम दे या फिर ऐसी घटना में शामिल हो।
हम यहां पर भगवान से यही प्रार्थना करेंगे कि यह सरकार जल्द से जल्द जाए और जनता से हम अपील करते हैं कि जब कभी जनता को मौका मिले। इस सरकार को हटाए।
भाजपा पर हमलावर होते हुए अखिलेश यादव ने कहा है कि बदायूं मामले के आरोपियों को बचाने की कोशिश बिलकुल नहीं की जानी चाहिए।
इससे पहले साल 2018 में भी जम्मू कश्मीर के कठुआ में मंदिर परिसर के अंदर 8 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप किया गया था। अपराधियों के बच्ची के शरीर पर कई गंभीर छोटे दी थी। जिससे उसकी मौत हो गई। आरोपियों को बचाने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा रैली निकाली गई थी।
इस घटना पूरे देश को हिला कर रख दिया था। अब एक बार फिर बदायूं के मंदिर में घटी इस घटना के बाद एक बार फिर भाजपा सरकार पर सवाल उठ रहे हैं।