योगी राज में उत्तर प्रदेश में अपराध नहीं थम रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी चाहे जितनी कानून व्यवस्था की दुहाई दें लेकिन, मंगलवार को ‘जज’ के सामने कोर्ट में ही अपराधियों ने पेशी पर आए एक अपराधी को गोलियों से भून दिया।
बिजनौर में सीजेएम अदालत में पेशी पर आए हत्या के आरोपी दो बदमाशों पर कोर्ट में शार्प शूटरों ने हमला कर दिया। इसमें मुख्य आरोपी शाहनवाज की मौत हो गई, जबकि दूसरा आरोपी फरार हो गया है। अदालत में हुए इस हमले में दो पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी है।
इस दौरान ऐसे हालात पैदा हो गए कि जज को भी भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। कोर्ट में हुए हमले में 20 राउंड गोलियां चलीं। ये अपनी तरह का अनोखा मामला है कि अब योगी राज में अदालत और जज भी सुरक्षित नहीं है।
योगीराज में कोर्ट भी सुरक्षित नहीं! कोर्ट में 20 राउंड चली गोलियां, जज जान बचाकर भागे
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बिजनौर के कोर्ट (Bijnor Court) में गोली चलने को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला किया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि, “बिजनौर में पेशी पर आए आरोपियों की जज के सामने सरेआम हत्या ने साबित कर दिया है कि प्रदेश की एनकाउंटर वाली सरकार का बदमाशों पर कितना प्रभाव है। जहां माननीय न्यायधीश को जान बचाकर भागना पड रहा हो, वहां आम नागरिक की सुरक्षा की बात करना बेमानी है। ये है डबल इंजन की सरकार का हाल!”
बिजनौर में पेशी पर आये आरोपियों की जज के सामने सरेआम हत्या ने साबित कर दिया है कि प्रदेश की ‘एनकाउंटरवाली सरकार’ का बदमाशों पर कितना प्रभाव है. जहाँ माननीय न्यायाधीश को जान बचाकर भागना पड़ रहा हो, वहाँ आम नागरिक की सुरक्षा की बात करना बेमानी है.
ये है डबल इंजन की सरकार का हाल!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 17, 2019
बता दें कि, इसी साल 28 मई को नजीबाबाद में एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के कार्यालय में प्रॉपर्टी डीलर अहसान और उसके भांजे शादाब की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में यूपी पुलिस ने दानिश, जब्बर और शाहनवाज को गिरफ्तार किया था।
मंगलवार को सीजेएम कोर्ट में जब्बर और शाहनवाज को पेशी पर लाया गया था। जहां कोर्ट परिसर में पहले से मौजूद तीन शार्प शूटरों ने अंधाधुन गोलियां बरसा दिन। गोलियां चलने से कोर्ट परिसर में हडकंप मच गया। हालांकि तीनों गोली चलाकर भाग रहे अपराधियों को वकीलों ने दबोच लिया।