उत्तर प्रदेश में दलित महिलाओं के साथ अपराथ की वारदातें लगातार जारी हैं। हाथरस रेपकांड के बाद अब बलिया में एक 15 वर्षीय दलित लड़की को ज़िंदा जलाए जाने का मामला सामने आया है।
बताया जा रहा है कि यहां एक दलित लड़की को सिर्फ इसलिए ज़िंदा जला दिया गया क्योंकि उसने आरोपी की हवस को पूरा करने से मना कर दिया था।
द ट्रिब्यून में छपी ख़बर के मुताबिक़, गांव के ही रहने वाले 21 वर्षीय युवक कृष्णा गुप्ता ने पहले लड़की को उसके घर से अगवा किया और फिर उसकी हवस पूरा करने के लिए कहा।
लेकिन लड़की ने जब आरोपी की यौन इच्छा पूरी करने से मना कर दिया तो उसने लड़की को ज़िंदा आग के हवाले कर दिया। फिलहाल लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
दुबहर थाना एसएचओ अनिल चंद्र तिवारी ने शनिवार को मामले की जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
लड़की के पिता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की विभिन्न धाराओं और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
तिवारी ने बताया कि लड़की की स्थिति गंभीर होने के कारण उसे वाराणसी के एक अस्पताल में रेफर किया गया है।
पुलिस फिलहाल आरोपी से पूछताछ कर रही है, मामले से जुड़े और पहलुओं की जांच भी की जा रही है।