मिड-डे मील में घोटाले के मामले में बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश नंबर वन पर है। यहां कभी मिड-डे मील में बच्चों को नमक-रोटी दी जाती है तो कभी एक लीटर दूध में बाल्टी भर पानी मिलाकर 81 बच्चों को पिलाया जाता है। अब यहां मिड-डे मील में मरा हुआ चूहा मिलने की ख़बर है।

मामला पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर ज़िले का है। यहां जनता इंटर कॉलेज मुस्तफाबाद पचेंडा में बच्‍चों को परोसे गए मिड-डे मील में मरा हुआ चूहा मिला है। जि‍से खाने से 9 बच्चों की हालत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें ज़िला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

जानकारी के मुताबिक, कॉलेज को ये मिड-डे मील एक जनकल्याण सेवा समिति (NGO) देता है। मंगलवार सुबह एनजीओ कर्मीयों द्वारा एक शिक्षक समेत 9 बच्चों को मिड डे मील खाने के लिए दिया गया। इस दौरान दूसरी कतार में बैठे एक बच्चे के बर्तन में मरा हुआ चूहा दिखाई दिया। जिसको देखते ही सबके होश उड़ गए। इसके बाद सभी बच्चों से खाना वापस ले लिया गया।

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लेकिन इसे वापस लिए जाने तक शिक्षक समेत 9 बच्चों ने मिड-डे मील खा लिया था। इनमें से दो-तीन बच्चों की हालत बुरी तरह बिगड़ने लगी। जिसके बाद मिड-डे मील खा चुके सभी 9 बच्चों और शिक्षक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मामला संज्ञान में आने के बाद बीएसए ने मिड डे मील के जिला कोऑर्डिनेटर विकास त्यागी को जांच के लिए मौके पर भेजा। साथ ही आपूर्ति करने वाली एनजीओ के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मिड-डे मील विकास प्राधिकरण को पत्र भेजा है।

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इससे पहले सोनभ्रद्र ज़िले से मिड-डे मील में घोटाले का मामला सामने आया था। यहां चोपन विकासखंड के कोटा ग्राम पंचायत के सलईबनवा प्राथमिक विद्यालय में मिड-दे मील में एक लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाकर बच्चों को दिया गया था। ये मामला सामने आने के बाद सूबे की योगी सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी।

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