उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। गोरखपुर मठ के प्रमुख योगी आदित्यनाथ के हाथों प्रदेश की बागडोर है।

2017 में मुख्यमंत्री की कुर्सी मिलने के बाद अपराधियों को प्रदेश छोड़ने या अपराध छोड़ने की नसीहत देने वाले योगी आदित्यनाथ खुद प्रदेश में फैले अपराधियों के जंजाल में फंस गए हैं।

पूरे प्रदेश में अपराधी बेखौफ तांडव मचा रहे हैं ।हत्या, बलात्कार, लूट, से थर्राए उत्तर प्रदेश में अपराधी रोजाना घटनाएं अंजाम दे रहे हैं।

24 अगस्त की शाम बलिया शहर के पत्रकार रतन सिंह की अपराधियों ने हत्या कर दी।

रतन सिंह को अपराधियों ने दौड़ा-दौड़ाकर गोलियों से मौत के घाट उतार दिया।

कहीं बेटियों से बलात्कार, कहीं पत्रकारों पर जानलेवा हमलें हरदिन की सुर्खियां बन चुकी हैं।

विपक्षी सरकार से जवाब मांग रहे हैं।हरतरफ फैले जंगलराज और फेल होती व्यवस्था पर योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांग रहे हैं।

लेकिन योगी आदित्यनाथ विपक्षी नेताओं की आलोचना व जवाबदेही पर उन्हें नमूना जैसे अमर्यादित शब्द बोल रहे हैं।

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रदेश में बढ़ते अपराधी और फेल होती कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए तो उनपर मुकदमा दर्ज कर दिया गया।

प्रदेश में अपराध चरम पर पहुंच चुका है। अखिलेश-मायावती सहित प्रियंका गांधी भी सवाल उठाते रहते हैं।

आपको बता दें कि, बलिया में रतन सिंह की निर्मम हत्या के बाद पत्रकार भी सवाल उठा रहे हैं। योगी सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं

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