उत्तर प्रदेश के कानपुर में मानवता एक बार फिर शर्मसार हुई है। यहां के पांच दबंगों ने एक नाबालिक लड़की के साथ गैंगरेप कर उसके प्राइवेट पार्ट में डंडा डाल मरा हुआ समझकर छोड़ दिया।
पीड़ित लड़की का इलाज कानपुर देहात जिला अस्पताल में चल रहा है। हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस के मुताबिक, यह घटना यूपी के कानपुर देहात के सट्टी थाना क्षेत्र के एक गांव की है। गांव में प्रीति ( बदला हुआ नाम ) अपनी बड़ी बहन और मां के साथ रहती थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रीति का कहना है कि वह मंगलवार को अपने छत पर बैठी थी, तभी इलाके का दबंग दीपू अपने चार दोस्तों के साथ आया और उसको उठाकर जंगल में ले गया। दीपू और उसके दोस्तों ने प्रीति के साथ गैंगरेप किया, अपनी पेशाब पिलाई और उसके प्राईवेट पार्ट में कुल्हाड़ी का डंडा डाल मरा समझकर छोड़ दिया।
बेटी के बलात्कार की शिकायत करने गई सुधा की मां को थानेदार ने भगाया
पीड़िता की मां का कहना है कि यदि उसकी शिकायत पहली बार में सुन ली जाती तो उसकी दूसरी बेटी को आज यह दिन नहीं देखने पड़ते। प्रीति की मां का कहना है कि गुंडे पहले प्रीति की छोटी बहन का भी रेप कर चुका है। जब उस रेप की रिपोर्ट लिखवाने गई थी तो थानेदार दिग्विजय सिंह ने गाली देकर भगा दिया था।
प्रीति की मां का कहना है कि पुलिस के इस रवैये के बाद गुंडों का मन और बढ़ गया था और उन्होंने उसकी दूसरी बेटी के साथ गैंगरेप जैसे जघन्य अपराध को अंजाम दिया।
मामले की लीपापोती में जुटी पुलिस
पुलिस मामले की लीपापोती करने में जुटी गई है। कानपुर देहात जिला अस्पताल के इंचार्ज डॉक्टर कुमकुम शर्मा का कहना है कि जांच में पता चला है कि सुधा के साथ रेप हुआ है। वहीं बिना मेडिकल जांच रिपोर्ट के जिले के एसपी राधेश्याम का कहना है कि सुधा के साथ रेप नहीं हुआ है। यह मामूली मारपीट का मामला है और थाने में दोनों तरफ से मारपीट की रिपोर्ट दर्ज किया गया है।