उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले टीईटी परीक्षा पेपर लीक का मामला भारतीय जनता पार्टी के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है।
इस मामले में विपक्षी दल भी योगी सरकार पर खूब जुबानी वार कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि टीईटी परीक्षा पेपर लीक का मामला विधानसभा चुनावों में विपक्षी दलों का एक अहम मुद्दा बन सकता है। क्यूंकि इसमें भाजपा नेता की संलिप्तता होने का संदेह जाहिर किया जा रहा है।
मामला कुछ यूं है कि यूपी टीईटी पेपर लीक करने वाला आरोपी राय अनूप प्रसाद बिहार की भारतीय जनता पार्टी विधायक रश्मि वर्मा का भाई है।
जिसने पॉलिटिकल बैकअप होने के कारण सचिव से एक बड़ी डील के तहत पेपर लीक किया है।
इस मामले में भाजपा के सहयोगी दल रह चुके सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने योगी सरकार पर हमला बोला है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि “दूरबीन से देखने वालों को, पिछड़ो, दलितों, वंचितों, अल्पसंख्यको के साथ उप्र भाजपा सरकार में 5 वर्ष लगातार उत्पीड़न हुआ यह नहीं दिखाई देता।
भ्रष्टाचार 10 गुना बढ़ा वह नहीं दिखाई देता। जाति देखकर थाने पर न्याय अन्याय किया गया। वह नहीं दिखाई देता, किसानों पर अत्याचार नहीं दिखाई देता।”
राजभर ने दूसरे ट्वीट में लिखा- “UP-TET पेपर लीक कराने वालों की लखनऊ के चौराहों पर होर्डिंग कब लगेगी योगी जी? इनके ऊपर बुलडोजर कब चलेगा?
68500 एवं 69000 शिक्षक भर्ती में ओबीसी, दलित आरक्षण लूटी गयी। यह दूरबीन में नहीं दिखता। योगी सरकार में हुई भर्ती की जांच हुई तो अधिकारी से लेकर कई मंत्री तक गिरफ्त में होंगे।
UP-TET पेपर लीक कराने वालों की लखनऊ के चौराहों पर होर्डिंग कब लगेगी योगी जी? इनके ऊपर बुलडोजर कब चलेगा?
68500 एवं 69000 शिक्षक भर्ती में ओबीसी,दलित आरक्षण लूटी गयी यह दूरबीन में नहीं दिखता,योगी सरकार में हुई भर्ती की जांच हुई तो अधिकारी से लेकर कई मंत्री तक गिरफ्त में होंगे। pic.twitter.com/SDPBQmZTZP— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) December 3, 2021
आपको बता दें कि सुभासपा नेता ओमप्रकाश राजभर द्वारा योगी सरकार पर कई बार दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव किए जाने के आरोप लगाए जा चुके हैं।
भाजपा से अलग होने के बाद आजकल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ जनसभाएं करते हुए ओमप्रकाश राजभर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सीधे हमले बोल रहे हैं।