
यूपी में विधानसभा चुनाव अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है. इसी बीच एक फर्जी लेटर चर्चा में आ चुका है.
दरअसल सोशल मीडिया में तेजी से समाजवादी पार्टी के लेटर हेड पर एक फर्जी चिट्ठी वायरल हो रही है.
समाजवादी पार्टी ने इस फर्जी चिट्ठी पर निर्वाचन आयोग और यूपी पुलिस प्रमुख से तत्काल कार्रवाई की मांग की है.
इस फर्जी चिट्ठी में लिखा हुआ है कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में समाजवादी पार्टी कमजोर स्थिति में हैं, वहां पर बहुजन समाज पार्टी के मजबूत उम्मीदवारों को हराने के लिए अपना संपूर्ण वोटों का ट्रांसफर भारतीय जनता पार्टी या अन्य दलों को किया जाए क्योंकि बसपा को हराना है.
इस फर्जी चिट्ठी पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल का हस्ताक्षर भी किया हुआ है.
इस चिट्ठी की प्रतिलिपि प्रेषित समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और महासचिव प्रो रामगोपाल यादव का नाम लिखा हुआ है. समाजवादी पार्टी इस फर्जी चिट्ठी के लिए भाजपा और बसपा को जिम्मेवार ठहरा रही है.
समाजवादी पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ये पत्र पूर्ण रुप से फर्जी है. ये झूठा, एडिटेड और भ्रामक है.
कृप्या इस पर कोई भी यकीन न करें. पार्टी की ओर से इस फर्जी चिट्ठी पर मांग की गई है कि इस फेक न्यूज के खिलाफ उचित कार्यवाही करें.
मालूम हो कि लगातार समाजवादी पार्टी के नाम से फर्जी लेटर और फर्जी मैसेज फॉरवर्ड किए जा रहे हैं.
समाजवादी पार्टी अफवाहों, फर्जी खबरों और फर्जी चिट्ठियों को लेकर पूरी तरह से सतर्क है.
इससे पहले भी अखिलेश यादव सत्ता में आएं तो अयोध्या का नाम बदल देंगे, बाबरी मस्जिद के निर्माण के लिए 1000 करोड रुपये देंगे, 2000 नई मस्जिदें बनवा देंगे जैसे तमाम झूठ सामने आ चुके हैं।
समाजवादी पार्टी लगातार इन फर्जी खबरों का खंडन कर रही है