लोकसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत पीएम मोदी ने अधिकारिक रूप से कर दी है। इस मौके पर पीएम मोदी ने मेरठ का आभार व्यक्त किया और कहा कि 2019 के चुनाव अभियान की शुरुआत मेरठ से शुरु करने की एक खास वजह है। 1857 में वही सपना, वही आकांक्षा दिल में लिए इसी मेरठ से स्वतंत्रता के आंदोलन का पहला बिगुला फूंका गया था।

अब पीएम मोदी के भाषण पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए मेरठ के गन्ना किसानों के बकाया का मुद्दा उठाते हुए पीएम मोदी की साल 2017 की वीडियो पेश करते हुए सवाल किया। कांग्रेस प्रवक्ता ने रनदीप सिंह सुरजेवाला ने 4 फरवरी 2017 का वीडियो दिखाकर पूछा, क्या हुआ तेरा वादा?

सुरजेवाला ने मोदी सरकार से सवाल करते हुए कहा कि 4 फरवरी, 2017 को नरेंद्र मोदी जब मेरठ आए थे, तो उन्होंने गन्ना किसानों को 14 दिन में भुगतान का वादा किया था। लेकिन, आज भी देश भर में गन्ना किसानों के 20 हजार करोड़ बकाया है, जिसमें से 10,074 करोड़ अकेले उत्तर प्रदेश के बकाया है।

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वहीं बसपा सपा और आरएलडी के गठबंधन को सराब बताने पर भी कांग्रेस ने इसे प्रधानमंत्री की गरिमा याद दिलाते कहा कि मोदी जी ने आज तीन राजनैतिक दलों एसपी, बीएसपी और आरएलडी की तुलना शराब से की।

क्या देश के प्रधानमंत्री को ये शोभा देता है? क्या यह प्रजातंत्र की मर्यादा है? लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव लड़ रहे दलों को शराब बताने को देश स्वीकार्य नहीं करेगा।

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