उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे में अपराधियों को ‘ठोक दो’ नीति का नारा दिया। मुख्यमंत्री के नारे के साथ यूपी पुलिस खुले हाथ से अपराधियों से लेकर आम लोगों के एनकाउंटर करने में लगी हुई है। इस समय झांसी फर्जी एनकाउंटर को लेकर यूपी पुलिस कठघरे में है। यूपी पुलिस ने झांसी में 28 वर्षीय पुष्पेंद्र यादव का एनकाउंटर कर दिया है।
कथित पुष्पेंद्र हत्याकांड को लेकर बिहार के नेता और जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा है कि, “झांसी में योगी आदित्यनाथ ने बहुत गलत और जबरदस्ती एनकाउंटर करवाया है। योगी आदित्यनाथ को इसका जवाब देना पड़ेगा। मासूम और बेगुनाहों का एनकाउंटर योगी और मोदी को महंगा पड़ेगा।”
#झांसी में पुलिस ने गलत तरीके से एनकाउंटर किया है। एक मासूम का फर्जी तरीके से एकाउंटर मोदी और योगी को महंगा पड़ेगा। देखें वीडियो।
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पुष्पेंद्र के केस में ऐसे कई पहलू हैं जिससे, पुलिस के पास लीपापोती करने के अलावा कोई और दूसरा जवाब नहीं है। क्योंकि झांसी पुलिस ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि, “प्रभारी निरीक्षक मोठ (आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर) छुट्टी पर गए हुए थे और अकेले अपनी गाड़ी ड्राइव करके आ रहे थे। आरोपी इंस्पेक्टर को स्थानीय व्यक्ति ने फोन किया और कहा हम आपसे मिलना चाहते हैं। जैसे ही प्रभारी निरीक्षक ने गाड़ी रोकी, सीशा नीचे किया वैसे ही पुष्पेंद्र ने उसपर फायर कर दिया!”
A worrying discrepancy in @jhansipolice version on #PushpendraYadav encounter. Byte no 1 is Jhansi police chief saying inspector who carried out encounter was returning from leave.Byte no 2 is inspector who spoke hours later saying he had left thana for patrolling duty pic.twitter.com/xgJKTDDIvb
— Alok Pandey (@alok_pandey) October 9, 2019
जबकि आरोपी इंस्पेक्टर से जब इस बारे में मीडिया ने पूछा तो उसने कहा कि, “गश्त और निरिक्षण के लिए ‘थाने’ से निकले थे। हम थे और कांस्टेबल सौरभ था प्राइवेट गाड़ी से। रास्ते में एक आदमी ने रात 9 बजे हाथ दिया और हमने गाड़ी रोक दी, वो नजदीक आया और हमपर फायर कर दिया। एक आदमी ने एक गाल पर फायर किया और दूसरे ने अन्य गाल पर फायर कर दिया!”
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इससे साफ़ हो रहा है कि, झाँसी पुलिस के परिस्ठ अधिकारी कह रहे हैं कि आरोपी पुलिस निरीक्षक घर से छुट्टी बिताकर अकेले गाड़ी में आ रहा था। जबकि निरीक्षक ने खुद इस बात को कहा है कि वो थाने से गश्त करने निकला था। इन दोनों बयानों को सुनकर मालूम होता है कि यूपी पुलिस पुष्पेंद्र फर्जी एनकाउंटर में पुष्पेंद्र को ही आरोपी बताकर उसे मौत के बाद भी फंसाने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि यूपी पुलिस ने पुष्पेंद्र यादव को को रेत माफिया से लेकर अपराधी घोषित करने तक के आरोप लगाए हैं। खास बात ये है कि पुष्पेंद्र पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं है। पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है। हालाँकि इस एनकाउंटर की जाँच यूपी पुलिस के जिम्मे है।