क्या देश का गृह मंत्रालय अब बदले की भावना से काम करने लगा है? ये सवाल इसलिए क्योंकि गृह मंत्रालय ने कुछ नेताओं की सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया है। इनमें उन नेताओं के नाम है जो बीजेपी के विरोधी के साथ दो बीजेपी सांसदों का नाम भी है और चुनाव से पहले नोटबंदी पर बीजेपी पर सवाल करने वाले चिराग पासवान की भी सुरक्षा में कटौती कर दी गई है।
दरअसल गृह मंत्रालय द्वारा जारी आदेश करते हुए आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, बीएसपी सांसद सतीश चंद्र मिश्रा, यूपी बीजेपी के नेता संगीत सोम, बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रुड़ी की सुरक्षा घटा दी गई है। यही नहीं मोदी सरकार ने यूपी सरकार के मंत्री सुरेश राणा, एलजेपी सांसद चिराग पासवान, पूर्व सांसद पप्पू यादव की सुरक्षा में भी कटौती कर दी है।
अब सवाल उठता है कि क्या गृह मंत्रालय बदले की भावना से काम कर रहा है। ऐसा सिर्फ इसलिए नहीं की लालू यादव और बीएसपी सांसद सतीश चंद्र मिश्रा की सुरक्षा घटाई गई। बल्कि इसलिए भी क्योंकि इन कई बीजेपी नेता और उसके सहयोगी दल के सांसद भी शामिल है जिन्हें शायद सवाल पूछने की सजा मिली है।
रूडी और चिराग को मिली सवाल पूछने की सजा?
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जब सीट बटवारा नहीं हुआ था। तब दबाव बनाने के लिए लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चिराग पासवान ने नोटबंदी को लेकर सवाल किया था। जिसके बाद उन्हें बीजेपी ने उस वक़्त सीट बटवारे में लोजपा को उसके कह अनुसार ही सीट दी।
ऐसे में ये भी सवाल उठता है कि क्या गृहमंत्री अमित शाह चिराग पासवान की सुरक्षा में कटौती कर चिराग के पर कतरना चाहते है? इसका जवाब तो गृहमंत्री ही दे सकते है। मगर उनके इस कदम के पीछे सन्देश तो ज़रूर छुपा हुआ है। क्योंकि चिराग पासवान से अब सीआरपीएफ सुरक्षा वापस ले ली गई है, उन्हें अब Y कैटेगरी की सुरक्षा मिलेगी।
वहीं पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ सांसद राजीव प्रताप रूडी ने केंद्र सरकार के कामकाज पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल पर उनकी मांग की अनदेखी करने का आरोप लगाया। संसद में उन्होंने मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार लाने की बात तक कह डाली। बिहार में ईको टूरिज्म के मामले पर सवाल पूछते हुए रूडी पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और उन्हें खरी खोटी सुनाई थी।
इस खबर के बाद ये कहा जाने लगा कि लोकसभा में बीजेपी सांसद का व्यवहार बिल्कुल विपक्षी नेताओं की तरह था। यही नहीं रूडी ने BSNL और एअर इंडिया जैसी सरकारी कंपनियों की बदहाली का मुद्दा उठाते हुए रूडी ने अपनी सरकार पर सवाल करते हुए कहा था कि इन पर सरकारी खजाने का पैसा लगा है और सरकार को इनकी स्थिति सुधारने के लिए कदम उठाने चाहिए।
अब कुछ ही दिनों बाद गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा कम कर उन्हें सन्देश दे दिया है। यही नहीं CRPF की सुरक्षा पाने वाले नेताओं की सुरक्षा कवर की समीक्षा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा घटा दी गई है। इसका मतलब ये की अब लालू यादव को भी केंद्र की सुरक्षा नहीं मिलेगी।
उनके साथ राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा की सुरक्षा भी कम की गई है। वही योगी सरकार में मंत्री सुरेश राणा को केंद्र द्वारा दी जा रही सुरक्षा वापस ले ली गई है। बीजेपी विधायक संगीत सोम की सुरक्षा में भी कटौती की गई है। एलजेपी सांसद चिराग पासवान की सुरक्षा में कमी की गई है, उनकी राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की सुरक्षा घटा दी गई है।