
यूपी विधानसभा चुनाव संपन्न होने में अब सिर्फ एक चरण बाकी रह गया है. अंतिम चरण में पूर्वांचल में मतदान होना है.
बाकी पूरे प्रदेश की तरह पूर्वांचल में भी बदलाव की हवा देखी जा रही है. बताते चलें कि पीएम मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में भी अंतिम चरण में ही मतदान होना है.
बदलाव की इबारत मतदाता इस कदर लिख रहे हैं कि खुद प्रधानमंत्री मोदी को उतर कर घर घर वोट मांगना पड़ रहा है.
इसी क्रम में एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ है जिसमें एक बुजुर्ग शख्स यह कहते हुए सुने जा रहे हैं कि वो अपना वोट भाजपा के खिलाफ देंगे.
अगर भाजपा चुनाव नहीं हारी तो वो पूरा देश बेचकर रख देगी. इस बुजुर्ग शख्स का यह कथन यह बताने के लिए काफी है कि यूपी में हवा किस तरफ है ?
वीडियो में पूछे जाने पर यह बुजुर्ग शख्स अपना नाम इंद्रदेव बता रहे हैं. जब उनसे लोग पूछ रहे हैं कि आप क्यों और किस मुद्दे पर वोट देने के लिए जा रहे हैं, क्या कमी रह गई है तो उन्होंने बेहद साफगोई से उत्तर दिया कि हम वोट देने जा रहे हैं देश को बचाने के लिए. वो हमारा भी घर बेच देगा.
वो आपका घर भी बेच देगा ! हम सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि पूरे देश को बचाने के लिए वोट देने जा रहे हैं. वो एक दिन पूरे देश को बचे डालेगा…
इस पर लोगों ने पूछा कि कौन देश को बेच रहा है ? तो इस बार उन्होंने पूरे क्रोध में कहा कि मोदिया… यानी भोजपुरी भाषा में क्रोधवश उन्होंने मोदी को मोदिया कह दिया.
सन ऑफ मगध नामक एक यूजर ने इस वीडियो को ट्वीटर पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि ये पुरबिया हवा है. वोट देने जा रहा हूं देश बचाने की खातिर. कहीं वो मेरा घर ही न बेच दे, तुम्हारा घर भी बेच देगा.. कौन.. मोदीआ
पुरबिया हवा।
“वोट देने जा रहा हूँ देश बचाने के ख़ातिर ।कहीं वो मेरा घर ही ना बेच दे।तुम्हारा घर भी बेच देगा।पूरा देश बेच देगा”
“कौन ?”
“मोदीआ” https://t.co/5j0WzfOQYM pic.twitter.com/MJefVywsuh— Pawan (@SonOfMagadh) March 3, 2022
आपको बता दें कि जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार आई है तब से लगातार सरकारी संस्थाओं को बेचने की कवायद शुरु हो गई है.
विपक्ष लगातार इस बात को लेकर सरकार को घेरता आ रहा है कि निजीकरण के नाम पर सार्वजनिक संस्थानों की बोली लगाई जा रही है.
केंद्र सरकार अपने प्रिय पूंजीपति मित्रों के हवाले सभी सरकारी संस्थान करती जा रही है. निजीकरण होने से न देश को फायदा हो रहा है और न देश के लोगों को.
सरकारी संस्थानों के बिकने से लगातार सरकारी नौकरियों के अवसर खत्म होते जा रहे हैं और बड़ी संख्या में देश का नौजवान सड़क पर आ गया है तथा बेरोजगारी से त्राहिमाम कर रहा है.