काली शर्ट, पैंट, स्वेटर, कोट, मोजा, जूता, मफलर और यहाँ तक की काली टाई… सभी तरह के काले कपड़े बैन कर दिए गए हैं नरेंद्र मोदी की होने वाली रैली के लिए।
अगर आप झारखंड में हैं और 5 जनवरी को पीएम मोदी की मोदिनीपुर में होनी वाली रैली में शरीक होने की सोच रहे हैं तो ज़रा सावधानी बरतियेगा और किसी भी तरह के काले पोशाक में वहाँ मत जाइयेगा… वरना लेने के देने पड़ जाएंगे।
दरअसल मोदिनीपुर में होने वाली प्रधानमंत्री की जनसभा के लिए काले कपड़े पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिये गए हैं। प्रशासन ने बक़ायदा एक प्रेस रिलीज़ जारी कर इसकी सूचना दी है।
जब मोदी नोटबंदी से ‘नक्सलवाद’ की कमर तोड़ने की बात कह रहे थे तब ये BJP नेता ‘नक्सलियों’ के साथ बिजनेस कर रहा था!
उसके मुताबिक़ पीएम मोदी की सुरक्षा के मद्देनज़र ये क़दम उठाया गया है।… भई ये भी बता दीजिये कि काले कपड़े यहाँ तक की काली टाई से कौन से सुरक्षा भंग हो जाएगी?
सुरक्षा से ज़्यादा बीजेपी को विरोध का डर खाए जा रहा है। काला रंग मुख़ालफ़त का प्रतीक है। बीजेपी नहीं चाहती की पीएम मोदी को किसी तरह की शर्मिंदगी का सामना करना पड़े।
झारखंड में ऐसा होने के पूरे आसार हैं। और वजह ये है कि वहाँ की भारतीय जनता पार्टी की सरकार के मुख्यमंत्री रघुवर दास से सूबे के संविदा शिक्षक बेहद नाराज़ हैं।
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पारा शिक्षक (संविदा शिक्षक) अपनी कुछ माँगो को लेकर पिछले तीन महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच कुछ शिक्षकों की मौत की भी ख़बर है।
ऐसे में मुमकिन है कि ये प्रदर्शनकारी शिक्षक पीएम की जनसभा में प्रदर्शन कर सकते हैं। और इसी के डर से 5 जनवरी को पीएम की होने वाली जनसभा में किसी भी तरह के काले कपड़े पर बैन लगा दिया गया है।