शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद् के अयोध्या में हलचलसे प्रदेश की राजनीति तेज हो गई है। अयोध्या में हो रही धर्म संसद पर कई साधू संत और नेता एकजुट हो चुके हैं।

इस मौके पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी पर निशाना साधा है। मायावती ने कहा कि ये सब सिर्फ इसलिए हो रहा है क्योंकि लोकसभा चुनाव करीब आ रहें है और राम मंदिर का मुद्दा ही बीजेपी के पास बचता इसलिए वो इसे उठा रहें है।

मायावती ने कहा कि बीजेपी अपनी असफलताओं से ध्यान हटाने के लिए राम मंदिर के मामले को उठा रही है। यदि उनकी भावनाएं अच्छी होती तो उन्हें पांच साल तक इंतजार नहीं करना पड़ता।

यह उनकी राजनीतिक रणनीति है और इसके अलावा कुछ नहीं। उनके सहयोगी जैसे शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद जो भी कर रहे हैं वह एक षड्यंत्र का हिस्सा है।

शरद यादव की देशवासियों से अपील- अयोध्या रैली में न जाए, ये देश को जोड़ने नहीं तोड़ने वाले लोग हैं

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को पांच साल पूरे होने वाले हैं। अब कुछ ही महीनों बाद आम चुनाव होने हैं। भाजपा खासतौर से नरेंद्र मोदी ने 2014 में लोगों से किए गए 50 प्रतिशत वादे भी पूरे नहीं किए हैं।

इसलिए बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी को पता है कि वो सत्ता में लौटकर नहीं आने वालें है इसलिए वो ये सब साजिश रच रहे जिससे उनका वोट बैंक बढ़ जाए।

बता दें कि 24 व 25 नवंबर को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की बड़ी धर्म सभा आयोजित होनी है। दावा है कि 25 नवंबर को विहिप की धर्मसभा में देश भर से कथित रामभक्त अयोध्या पहुंचेंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बोले- सुप्रीम कोर्ट ‘अयोध्या’ में सेना भेजे क्योंकि भाजपा ‘दंगे’ करा सकती है

उधर, फैजाबाद के अपर जिला मजिस्ट्रेट (कानून व्यवस्था) पीडी गुप्ता ने अयोध्या जिले में 17 जनवरी 2019 तक धारा 144 लागू रखने के आदेश जारी किए हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here