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Chhattisgarh Congress

भारतीय जनता पार्टी का तिलिस्म ख़त्म होता नजर आ रहा है। आमतौर तक शहरी राजनीति में नगर निगमों में सबसे ऊपर रहने वाली भाजपा अब हार रही है। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के आए नतीजों में इस बार लोगों ने कांग्रेस पर भरोसा जताया है। क्योंकि छत्तीसगढ़ में 10 नगर निगमों में से 7 पर कांग्रेस के ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।

छत्तीसगढ़ में पहले कांग्रेस ने बीजेपी को हराकर लगातार 15 साल की रमन सिंह की सत्ता को उखाड़ फेंका और अब निकाय चुनावों में कांग्रेस ने बाजी मारी है। कांग्रेस ने 103 नगर पंचायतों में से 48 में जीत दर्ज की है।

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यही नहीं कांग्रेस ने 10 नगर निगमों में से 7 पर अपना कब्जा जमाया है। वहीं बीजेपी ने मात्र 2 निगमों पर ही जीता हासिल की है। जबकि एक नगर निगम कोरबा पर बीजेपी बढ़त बनाए हुए है। कोरबा में ही कांग्रेस ने नगर पंचायत में बढ़त बनाई हुई है।

बता दें कि इस बार छत्तीसगढ़ में महापौर का चुनाव सीधे नहीं हो रहा है, चुनाव जीतकर आए पार्षद ही महापौर चुनेंगे। इसके अलावा खास बात ये है कि इस पूरे चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल नहीं किया गया है। सभी जगह बैलट पेपर पर ही चुनाव कराए गए हैं।

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छत्तीसगढ़ में बैलट पेपर से हुए नगर निगम चुनाव कांग्रेस को जीत मिली है। ऐसे में क्या अगर पूरे देश में बैलट पेपर से चुनाव कराये जाएं तो भारत की राजनीतिक तस्वीर अलग होगी। विपक्ष चुनाव आयोग से ईवीएम की बजाय बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग लंबे समय से करता आ रहा है। क्योंकि लोकसभा और विधानसभा चुनावों में ईवीएम के भारी गड़बड़ी देखने को मिलती है।

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