सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने एक बार फिर राफेल डील मामले में मोदी सरकार को फटकार लगाई है।उन्होंने कहा कि केंद्र के वकील कह रहे हैं कि वो जवाबी हलफनामा दाखिल करना चाहते हैं लेकिन ये नहीं बता रहे कि वो राफेल में हलफनामा दाखिल करना चाहते हैं।

दरअसल मोदी सरकार ने राफेल मामले में जवाबी हलफनामे के लिए और वक्त मांगा है। इस दौरान मेंशनिंग में नाम ना बोलने पर बेंच में शामिल सीजेआई नाराज हो गए और उन्होंने केंद्र सरकार के वकील को फटकार भी लगा दी। सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा कि सब कोर्ट के साथ ‘हाइड एंड सीक’ का खेल क्यों खेल रहे हैं?

कोर्ट ने केंद्र के साथ साथ अभिषेक मनु सिंघवी को भी फटकार लगाई है। जो पीएम मोदी (PM Modi) और अमित शाह (Amit Shah) के कथित तौर पर आचार संहिता उल्लंघन मामले को लेकर कोर्ट में पहुंचे हुए थे।

फ्रेंच अख़बार का ख़ुलासाः राफेल डील के बाद ‘अंबानी’ का 1125 करोड़ का टैक्स हुआ माफ

चीफ जस्टिस ने कहा कि केंद्र के वकील कह रहे है कि वो जवाबी हलफनामा दाखिल करना चाहते हैं लेकिन ये नहीं बता रहे कि वो राफेल में हलफनामा दाखिल करना चाहते हैं। इसलिए उनको और वक्त चाहिए तो वो सुनवाई टालना चाहते हैं।

वहीं अभिषेक मनु सिंघवी पीएम मोदी और अमित शाह का नाम नहीं ले रहे। आपको ये सब बंद करना चाहिए। कोर्ट के साथ हाईड एंड सीक खेल नहीं चलेगा।

बता दें कि मोदी सरकार ने जवाबी हलफनामे के लिए और वक्त मांगा है। साथ ही कहा कि मंगलवार को होने वाली सुनवाई टाल दी जाए। इस पर सीजेआई रंजन गोगोई (CJI Ranjan Gogoi) ने कहा कि वो इस संबंध में आदेश जारी करेंगे।

राफेल पर झूठ बोलकर देश और सुप्रीम कोर्ट को गुमराह करने वालीं ‘रक्षामंत्री’ इस्तीफा दें : मायावती

कोर्ट ने कहा कि केंद्र के वकील कह रहे हें कि  उनको कहना चाहिए कि कल (मंगलवार) दो बजे होने वाली राफेल मामले की सुनवाई में वो जवाबी हलफनामा दाखिल करना चाहते है।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here