सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने एक बार फिर राफेल डील मामले में मोदी सरकार को फटकार लगाई है।उन्होंने कहा कि केंद्र के वकील कह रहे हैं कि वो जवाबी हलफनामा दाखिल करना चाहते हैं लेकिन ये नहीं बता रहे कि वो राफेल में हलफनामा दाखिल करना चाहते हैं।
दरअसल मोदी सरकार ने राफेल मामले में जवाबी हलफनामे के लिए और वक्त मांगा है। इस दौरान मेंशनिंग में नाम ना बोलने पर बेंच में शामिल सीजेआई नाराज हो गए और उन्होंने केंद्र सरकार के वकील को फटकार भी लगा दी। सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा कि सब कोर्ट के साथ ‘हाइड एंड सीक’ का खेल क्यों खेल रहे हैं?
कोर्ट ने केंद्र के साथ साथ अभिषेक मनु सिंघवी को भी फटकार लगाई है। जो पीएम मोदी (PM Modi) और अमित शाह (Amit Shah) के कथित तौर पर आचार संहिता उल्लंघन मामले को लेकर कोर्ट में पहुंचे हुए थे।
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चीफ जस्टिस ने कहा कि केंद्र के वकील कह रहे है कि वो जवाबी हलफनामा दाखिल करना चाहते हैं लेकिन ये नहीं बता रहे कि वो राफेल में हलफनामा दाखिल करना चाहते हैं। इसलिए उनको और वक्त चाहिए तो वो सुनवाई टालना चाहते हैं।
वहीं अभिषेक मनु सिंघवी पीएम मोदी और अमित शाह का नाम नहीं ले रहे। आपको ये सब बंद करना चाहिए। कोर्ट के साथ हाईड एंड सीक खेल नहीं चलेगा।
Central Government seeks time to file a fresh affidavit in the Rafale review petition case and asks the court to defer the hearing which was fixed for tomorrow to allow it to file the affidavit. pic.twitter.com/kjpa7zVlA4
— ANI (@ANI) April 29, 2019
बता दें कि मोदी सरकार ने जवाबी हलफनामे के लिए और वक्त मांगा है। साथ ही कहा कि मंगलवार को होने वाली सुनवाई टाल दी जाए। इस पर सीजेआई रंजन गोगोई (CJI Ranjan Gogoi) ने कहा कि वो इस संबंध में आदेश जारी करेंगे।
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कोर्ट ने कहा कि केंद्र के वकील कह रहे हें कि उनको कहना चाहिए कि कल (मंगलवार) दो बजे होने वाली राफेल मामले की सुनवाई में वो जवाबी हलफनामा दाखिल करना चाहते है।