
जब गोरखपुर के सरकारी बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण सैकड़ों मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हुई तो इसके लिए योगी सरकार ने पैसे ना होने का बहाना बयाना।
लेकिन, मंगलवार को योगी सरकार की संवेदनहीनता का नमूना देखने को मिला है। इधर बच्चों के लिए सरकार के पास पैसे नहीं हैं। लेकिन, योगी सरकार के पास अपने मंत्रियों को घुमाने के लिए करोड़ों रुपए झट से निकल गए हैं।
मंगलवार को यूपी कैबिनेट ने राज्य संपत्ति विभाग के लिए 17 नई कारें सहित 112 लग्जरी कारें खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इन कारों को खरीदने के लिए कुल लागत 25 करोड़ रुपए आएगी। 17 कारों में पांच इनोवा क्रिस्टा, पांच स्कॉर्पियो और सात होंडा सिटी हैं।
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ये कारें सिर्फ इसीलिए खरीदी जा रही हैं कि! नेता जी को आने-जाने में कोई दिक्कत ना हो, उनको सड़क पर व्याप्त गड्ढों के झटकों का पता न चले इसके लिए बाकायदा प्रस्ताव पारित किया है।
यूपी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। सोशल मीडिया पर योगी सरकार के इस फैसले पर राफेल गाँधी नाम के अकाउंट ने कड़ा कटाक्ष करते हुए हमला किया।
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जिस तरीके से सीएम योगी पुराने शहरों के नाम बदल रहे हैं राफेल गाँधी ने उसी अंदाज़ में लिखा कि, “ऑल्टो और सेंट्रो का ही नाम बदलकर इनोवा और स्कॉर्पियो रख लेते सर।”
आल्टो और सेंट्रो का ही नाम बदलकर इनोवा और स्कोर्पियो रख लेते सर। https://t.co/zkBOnP83k2
— Rafale Gandhi (@RoflGandhi_) November 20, 2018
गौरतलब है कि, गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में प्रशासन की नाकामी के कारण करीब 70 बच्चों की जान चली गई थी। अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी ने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने पैसे का पूरा भुगतान नहीं किया था जिसकी वजह से अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई बाधित हुई थी।
सबका साथ सबका विकास जैसे नारों के साथ बड़ी-बड़ी बातें करने वाली बीजेपी की सरकारें सबका विकास तो नहीं कर पा रहीं मगर अपने पार्टी के लोगों का विकास जमकर कर रही हैं। सही मायनों में दोहरा रवैया इसी को कहते हैं।