सर्दियाँ शुरू हो गई हैं. इस मौसम में सबसे ज्यादा प्रभावित होने वालों में से बच्चे हैं. लेकिन यूपी की योगी सरकार बेसिक स्कूलों में अभी तक स्वेटर नहीं बांट सकी है.

ऐसे में बच्चों को बिना स्वेटर के ही स्कूल जाने को मजबूर होना पड़ रहा है. सरकारी स्कूलों में गरीब तबके के बच्चे पढ़ते हैं जिनको हर साल यूपी सरकार सर्दियों से पहले स्वेटर वितरित करती है.

यूपी सरकार को कुल डेढ़ करोड़ बच्चों को स्वेटर बांटना है, उनमें से अभी उसे 50 लाख बच्चों को स्वेटर नहीं बांटा जा सका है. जबकि ग्रामीण इलाकों में ठंड अपना असर दिखाने लगी है, जिसकी वजह से बच्चों को ठिठुरन का अहसास होने लगा है. ये किसी अनहोनी को बुलाने जैसा है.

योगी सरकार ने 31 अक्टूबर तक राज्य के 1.60 लाख स्कूलों में स्वेटर बांटने की समय सीमा तक की थी. मगर, यहाँ तो नवंबर बीतने वाला है!

इंडिया टुडे के मुताबिक खुद राजधानी लखनऊ स्थित मदीआव के बेसिक स्कूल में अभी तक स्वेटर बांटने का काम शुरू भी नहीं हुआ है.

इंडिया टुडे से बात करते हुए एक चौथी क्लास के बच्चे ने बताया कि, “सर्दी शुरू हो गई है. लेकिन हमें स्वेटर के लिए इंतजार करना पड़ रहा है. स्कूल में किसी बच्चे को स्वेटर नहीं मिला. हम सर्दी में ठिठुरने के लिए मजबूर हैं.”

बता दें कि योगी सरकार पिछले साल भी बच्चों को स्वेटर नहीं बांट सकी थी. स्वेटर बांटने का अभियान सरकार ने फरवरी तक पूरा किया था जब सर्दियाँ लगभग जा चुकी थीं.

वहीं कुछ जिलों की हालत और भी बुरी है जहाँ पर 50 प्रतिशत से ज्यादा स्वेटर नहीं वितरित किया गया है. यह आकडें 19 नवंबर तक के हैं.

समाजवादी पार्टी की नेता और प्रवक्ता जूही सिंह ने बच्चों को स्वेटर नहीं बांटे जाने पर कहा कि, मुख्यमंत्री अभी दूसरे राज्यों में प्रचार करने में व्यस्त हैं और उन्हें अपने नेताओं के लिए लग्जरी गाड़ियाँ भी तो खरीदनी हैं.

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