बीते कुछ वक्त से उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों की हत्या के कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनके आधार पर तमाम राजनेता योगी सरकार पर ब्राह्मण विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं ।
इस मामले पर ना सिर्फ तमाम विपक्षी नेता बोल रहे हैं बल्कि बीजेपी के नेता भी हमलावर हो रहे हैं। इसी कड़ी में अब भारतीय जनता पार्टी के नेता देवमणि द्विवेदी ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
उन्होंने प्रदेश में लगातार हो रही ब्राह्मणों की हत्या को लेकर योगी सरकार पर सवाल खड़े किए थे।
देवमणि द्विवेदी ने सवाल किया है कि बीते तीन साल में योगी सरकार के राज में कितने ब्राह्मणों की हत्या हुई है और कितने हत्यारे पकड़े गए हैं।
इसी बीच खबर सामने आई है कि उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक और ब्राह्मण की हत्या हो गई है। खबर के मुताबिक यूपी के सीतापुर जिले में रिटायर्ड प्रवक्ता कमलेश मिश्रा की धारदार हथियार के साथ हत्या कर दी गई है। उनका शव मंदिर के बाहर पाया गया है।
आपको बता दें कि पुलिस ने उनकी लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक के परिजनों द्वारा अभी तक इस संबंध में कोई तहरीर नहीं दी गई है।
दरअसल कई साल पहले कमलेश मिश्रा ने कस्बे के श्मशान घाट के नजदीक एक काली मंदिर का निर्माण कराया था। जहां पर हर रोज वह सुबह और रात में पूजा पाठ के लिए जाते थे। शुक्रवार रात 9:30 बजे खाना खाकर घर से निकले।
काफी देर तक घर वापिस न आने पर परिजनों ने उनके मोबाइल पर फोन किया, जो बंद था। परिजनों द्वारा तलाश करने पर मंदिर के बाहर उनका खून से लथपथ शव पड़ा मिला। उनके गले और पेट पर चाकू के निशान थे।
इस मामले में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि सीतापुर में “मंदिर” जा रहे पंडित कमलेश मिश्रा की चाकुओं से “गोदकर” हत्या, क्या “ब्राह्मणों” के लिये POK बन गया है उत्तर प्रदेश….?
सीतापुर में “मंदिर” जा रहे पंडित कमलेश मिश्रा की चाकुओं से “गोदकर” हत्या, क्या “ब्राह्मणों”
के लिये POK बन गया है उत्तर प्रदेश….?— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) September 12, 2020