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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को केंद्र की सत्ता में आए 6 साल हो गए हैं। ऐसे में भाजपा के सबसे ताकतवर नेता नरेन्द्र मोदी के उन बयानों को याद दिलाना जरुरी है जो उन्होंने 2014 में देश की जनता से किए थे। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इन्हीं बयानों को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है।
अखिलेश यादव ने पीएम मोदी के ही वादों को याद दिलाते हुए कहा कि, “ना किसान की आय दुगनी हुई, ना गंगा साफ़ हुई, ना अर्थव्यवस्था में सुधार लाये, ना काला धन वापस लाये, ना नौकरियां लाये, ना बेटियों को बचा पाए, ना विकास पर पाए।”
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अखिलेश यादव ने ट्वीट के करके कहा है कि, “इनकी (भाजपा और मोदी) राजनीति ध्यान हटाने और समाज बाँटने की है।” उन्होंने नागरिक संशोधन बिल को संविधान का अपमान बताते हुए कहा कि, सिटीजन अमेंडमेंट बिल भारत का और संविधान का अपमान है।
ना किसान की आय दुगनी हुई
ना गंगा साफ़ हुई
ना अर्थव्यवस्था में सुधार लाए
ना काला धन वापस लाए
ना नौकरियाँ लाए
ना बेटियों को बचा पाए
ना विकास कर पाए
मैंने पहले कहा था: इनकी राजनीति ध्यान हटाने और समाज बाँटने की है. #CitizenshipBill भारत का और संविधान का अपमान है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 9, 2019
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 के चुनाव में सरकार में आने के लिए देश के हर तबके के लोगों से वादे किए थे। मोदी के इन वादों में किसान, नौजवान, महिलाएं-बेटियां, गंगा, नौकरी समेत अर्थव्यवस्था को मजबूत करने सरीखे बड़े वादे शामिल हैं। मोदी सरकार अपना एक कार्यकाल पूरा करके दूसरा कार्यकाल संभाल रही है।
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लेकिन मोदी सरकार में बेरोजगारी 45 साल में सबसे ज्यादा है, अर्थव्यवस्था 6 साल के सबसे निचले स्तर पर आ गिरी है। देश के किसान की हालत बदतर है। किसानों को गन्ने से लेकर धान का भाव तक ठीक से नहीं मिल रहा है।
वहीं महिलाओं की बात करने वाली मोदी सरकार में हैदराबाद से लेकर उन्नाव, बक्सर, समस्तीपुर, कानपुर में बेटियों की इज्जत लूटी जा रही है। मगर हैरान करने वाली बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी इन सभी मुद्दों पर कभी बात करना पसंद नहीं करते हैं।