भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में टीईटी 2021 का पेपर लीक होने के कारण परीक्षा को स्थगित करने का फैसला लिया गया है। बताया जाता है कि इस संदर्भ में योगी सरकार ने पेपर लीक मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी है।
जल्द ही टीईटी 2021 परीक्षा की अगली तारीख घोषित की जाएगी। इस मामले में योगी सरकार पर विपक्षी दलों के नेता हमलावर हो रहे हैं।
दरअसल परीक्षा से एक दिन पहले टीईटी का पेपर लीक होना उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में विपक्षी दलों के लिए एक नया मुद्दा बन गया है।
इस कड़ी में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा है कि 18 लाख युवाओं द्वारा टीईटी परीक्षा की तैयारी की गई थी।
लेकिन एक रात पहले ही टीईटी परीक्षा का पेपर लीक हो गया। जो युवा महीनों से इस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। उनसे कहा गया कि अब टीईटी की परीक्षा दोबारा होगी।
भारतीय जनता पार्टी टीईटी एक पेपर को भी बचा नहीं सकती। तो उत्तर प्रदेश के गरीब लोगों को क्या बचाएंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बाबा यह ‘ठोक दो’ की पॉलिसी में पेपर कैसे लीक हो गया?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यह बताएं कि वह तो यही कहते हैं कि ठोक देंगे या नाम बदल देंगे। अब वह बोलेंगे कि टीईटी का नाम बदल देते हैं। तो पेपर लीक नहीं होगा।
यह कौन सी सरकार है भारतीय जनता पार्टी की? जो गरीब नौजवानों को इतना मायूस कर सकती है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी ने इस मामले में यह कहा है कि एक महीने के अंदर अभ्यार्थियों से बिना शुल्क लिए दोबारा परीक्षा करवाई जाएगी।
इसके साथ ही पेपर लीक होने के मामले में एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।