भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे जघन्य अपराधों के चलते योगी सरकार पर अब सवाल उठने लगे हैं।
राज्य में हाथरस गैंगरेप घटना के बाद बलरामपुर में भी दलित युवती के साथ ऐसी ही हैवानियत देखने को मिली है। बताया जा रहा है कि बीकॉम की पढ़ाई कर रही छात्रा के साथ गैंगरेप करने के बाद दरिंदों ने उसे जान से मार डाला।
इस मामले में अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा अध्यक्ष मायावती ने हाथरस के बाद बलरामपुर में घटी घटना पर गुस्सा जाहिर किया है।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि यूपी में अब कानून का राज नहीं रहा।
गुंडाराज कायम हो चुका है। योगी सरकार की देखरेख में गुंडों को खुली छूट मिल गई है। अब केंद्र सरकार को यूपी की स्थिति देखते हुए कड़े कदम उठाने चाहिए।
इस दौरान मायावती ने कहा है कि उन्हें 100 फ़ीसदी भरोसा हो गया है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार चलाने में सक्षम नहीं है।
मायावती ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि उनसे यूपी संभल नहीं रहा है।
इस दौरान मायावती ने केंद्र सरकार से यह मांग की है कि योगी आदित्यनाथ को सीएम पद से हटाकर किसी अन्य को नेतृत्व सौंपा जाए। वरना यूपी में हालात और भी बदतर हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री मायावती ने ये तक कह दिया कि सीएम योगी को उनके मठ में वापस भेज दिया जाए। क्यूंकि वह यही काम अच्छा कर सकते हैं। यदि वह मंदिर पसंद नहीं करते, तो उन्हें राम मंदिर निर्माण का कार्य दिया जाना चाहिए।
भाजपा ने आरएसएस के दबाव में आकर उन्हें उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बना तो दिया लेकिन वह अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे।