भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक दलों में सियासी घमासान साफ साफ दिखना शुरू हो गया है।
इस कड़ी में कल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुशीनगर में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान एक बार फिर समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम यादव पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब्बाजान कहने वाले साल 2017 से पहले राशन हजम कर जाया करते थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अब्बाजान वाले बयान पर अब विपक्षी दलों द्वारा उन्हें घेरा जा रहा है।
इस मामले में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पलटवार किया है।
उन्होंने कहा है कि कोरोना महामारी के दौरान हमने गंगा नदी में लाशों का ढेर बहते हुए देखा है। जिन की सुध लेने वाला कोई नहीं था।
साल 2017 के पहले की बात कही जा रही है। लेकिन 200 साल पहले भी ऐसा कभी नहीं हुआ कि गंगा में इस तरह से सैकड़ों लाशें बहती देखी हो।
योगी साहब आप कौन से जान हैं? आपके कौन से अब्बाजान हैं और कौन से भाईजान? कांग्रेस नेता गौरव बल्लभ द्वारा कहा गया है कि जब कोरोना के कारण लोग मर रहे थे तब आप कहां छुपे बैठे थे भाई जान।
बता दें, कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने योगी आदित्यनाथ को भाई जान कहकर संबोधित किया है।
उन्होंने इसके साथ ये भी कहा कि सब जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने की कोशिश की। लेकिन आरएसएस की वजह से वह हटा नहीं पाए।
इससे पहले समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया मैं भी योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके पास अपने साढ़े 4 सालों के शासन के दौरान किए गए काम की लिस्ट नहीं है।
इसलिए वो जनता का ध्यान मुद्दों से भटकाने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। चुनाव में इस बार जनता भाजपा को बड़ा झटका देने वाली है।