भले ही योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था के बारे में मनगढ़ंत दावे कर लें लेकिन कानून व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है। महिला सुरक्षा के मामले में पुलिस की नाकामी का आलम यह है कि रोज बलात्कार और हत्या की एक से बढ़कर एक भयावह खबरों से रू-ब-रू होना पड़ता है।

राजधानी लखनऊ के पड़ोस में स्थित जिले उन्नाव में ही पिछले 11 महीने में बलात्कार के 86 मामले दर्ज हो चुके हैं। मतलब यहां बलात्कार जैसे जघन्य अपराध बेहद आम हो चुके हैं।

अभी हालिया घटना तो दिल दहलाने वाली है- एक बेटी के साथ न सिर्फ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया गया बल्कि इस अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाने की एवज में उसको जान से मारने की कोशिश भी की गई। गवाही देने के लिए कोड जा रही पीड़िता पर दबंगों ने मिट्टी का तेल छिड़ककर जलाकर मारने की कोशिश की गई।

इस हमले में बुरी तरह से झुलसी पीड़िता का इलाज अब दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है।

बेटियों की सुरक्षा में नाकाम योगी सरकार का घेराव करते हुए समाजवादी पार्टी ने लचर कानून व्यवस्था के लिए जमकर आलोचना की है। सपा नेताओं का प्रतिनिधिमंडल भेजते इस मुख्य विपक्षी दल ने पीड़िता के परिवार के सामने आर्थिक और कानूनी मदद की पेशकश की।

इस दल का अगुआई करने वाले उन्नाव एमएलसी सुनील सिंह यादव ने कहा- ‘सिर्फ उन्नाव जिले में 11 महीने में रेप की 86 घटनाएं हो चुकी हैं। ये कितनी भयावह स्थिति है समझा जा सकता है। योगीराज में उन्नाव के नाम को धूमिल करने की साजिश रची जा रही है।

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