आमतौर पर पुलिस सरकार के कहने पर ही काम करती है। वो किसी राजनीतिक दल के तरफ झुकाव नहीं रखती है। मगर उत्तर प्रदेश के इटावा में कुछ ऐसा देखने को मिला जो इस बात से परे है। इटावा में मुनेश यादव नाम का पुलिसकर्मी लाल टोपी लगाकर डीएम के दफ्तर पहुँच गया इस दौरान उसने ‘यूपी सरकार को बर्खास्त करो’ की तख्ती हाथ में थामी हुई थी।

दरअसल मुनीश का कहना है कि इस वक़्त प्रदेश के हालात देखकर उनका मन दुखी है। उन्होंने कहा मेरा दिल बहुत दुखी और पीड़ित है। पुलिसकर्मी का कहना था की प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। कानून व्यवस्था चौपट है, प्रदेश के सरकारी तंत्र में लूट मची हुई है।

इसलिए सर पर लाल टोपी पहने (समाजवादी पार्टी टोपी) डीएम के दफतर पहुंचा और योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उसने सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। साथ ही ये भी कहा मेरे लिए नौकरी से बड़ा देश है। इसलिए मैं देश में हो रहे अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ रहा हूँ।

मगर पुलिस का भी अपना नियम और अनुशासन होता जिसे कोई भी तोड़ने की इजाजत किसी को नहीं होती है। इस मामले पर डीजीपी ओपी सिंह ने संज्ञान में लेते हुए सिपाही को अनुशासनहीनता के चलते बर्खास्त कर दिया है।

लोकतंत्र में विरोध करने का हक़ सबका है मगर उसके साथ कई शर्ते भी होती है। पुलिस किसी का पक्ष नहीं ले सकती है। ऐसे में खाकी के अपने नियम तो है मगर वो एक तरह से सरकार के लिए काम करती है।

लाल टोपी पहनकर विरोध प्रदर्शन करना एक तारीफ की बात तो है। साथ ही ऐसा देखने को भी कम मिलता है की कोई सरकार मुलाजिम अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले। मगर पुलिस की नज़रों में ये अनुशासनहीनता जिसकी सजा उसे दे भी गई है। मुनेश फिलहाल नोएडा पीएसी बटालियन में तैनात है। अब उनकी ये तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।

बता दें कि पिछले कई दिनों उत्तर प्रदेश में लगातार अपराधिक घटनाएं घट रही है। जिसे लेकर खुद सीएम योगी भी कई बार राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर बैठक कर चुके है मगर प्रदेश में लगातार हत्या लूट और बलात्कार का सिलसिला जारी है।

साभार- नवभारत टाइम 

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